Maiya Samman Yojana: वार्ड सदस्य भी निकले लाभार्थी! झारखंड सरकार का बड़ा एक्शन, लौटानी होगी पूरी रकम
मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा चल रहा है, जहां कई वार्ड सदस्य इस स्कीम का लाभ उठा रहे हैं. ऐसे में सरकार ने इन लोगों से तुरंत रकम वापस लौटाने के लिए कहा है. हालांकि, सरकार के इस कदम से नाराज़ वार्ड सदस्यों ने आपत्ति जताई है.;
शनिवार को झारखंड के गम्हरिया प्रखंड के ईटागढ़, मुड़िया और दुग्धा पंचायत सचिवालय में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की जांच के लिए विशेष शिविर लगाए गए. इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है, लेकिन जब जांच शुरू हुई, तो एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ.
कुछ ऐसे लोग भी लाभ ले रहे थे जिन्हें इसका हक नहीं था. जांच में पता चला कि कई वार्ड सदस्य, जो खुद सरकारी पद पर हैं. इस योजना का फायदा उठा रहे हैं. यह देखकर अधिकारी हैरान रह गए. तुरंत ही उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया.
सरकार ने वापस मांगी रकम
सरकार ने तुरंत रकम वापस करने का आदेश दिया है. साथ ही, प्रशासन ने साफ कर दिया कि अगर तय समय में पैसे वापस नहीं किए गए, तो संबंधित लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
वार्ड सदस्यों ने जताई नाराज़गी
सरकार के इस कदम से नाराज़ वार्ड सदस्यों ने आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि उन्हें बिना सही मौका दिए अयोग्य ठहराया गया. उन्होंने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है.
भाजपा नेता ने लगाए गंभीर आरोप
इस बीच भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी ने योजना को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने पूर्वी सिंहभूम के डीसी को पत्र लिखकर बताया कि घाटशिला और गुड़ाबांदा जैसे आदिवासी इलाकों में उन समुदायों के नाम जोड़े गए हैं, जिनकी वहां कोई मौजूदगी ही नहीं है.
बांग्लादेशी घुसपैठिए उठा रहे लाभ
उन्होंने दावा किया कि कुछ मुस्लिम महिलाओं के नाम योजना में गलत तरीके से जोड़े गए हैं और बांग्लादेशी घुसपैठिए फर्जी दस्तावेजों के सहारे इसका लाभ ले रहे हैं. गोस्वामी का आरोप है कि चाकुलिया प्रखंड में नकली जन्म प्रमाणपत्र बनवाकर कई बांग्लादेशी घुसपैठियों को योजना का लाभ दिलाया गया है. उनका कहना है कि ये घुसपैठिए गरीबों के हक पर डाका डाल रहे हैं और सरकारी योजनाओं का गलत फायदा उठा रहे हैं.
योजना की सख्त निगरानी में जुटा विभाग
विभाग की ओर से बताया गया कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का क्रियान्वयन समय-समय पर दिए गए निर्देशों के अनुसार ही किया जा रहा है. सामाजिक सुरक्षा कोषांग, लोहरदगा के सहायक निदेशक प्रमोद कुमार दास ने कहा कि इस योजना की राशि लाभुकों के आधार लिंक खाते में ही भेजी जाती है. उन्होंने अपील की है कि जिन लाभुकों ने अब तक अपना बैंक खाता आधार से लिंक नहीं कराया है, वे जल्द से जल्द अपने बैंक जाकर ये प्रक्रिया पूरी करें, ताकि राशि समय पर मिल सके.