क्लास से घसीटा, फिर बेहोश होने तक आदिवासी छात्र से मारपीट, रांची के स्कूल में टीचर्स के सामने दो भाईयों की गुंडागर्दी

रांची के स्कूल में बिना किसी गलती के एक बच्चे को बेरहमी से पीटा गया. उसे तब तक नहीं बख्शा गया, जब तक बच्चा बेहोश नहीं हो गया. हैरानी की बात यह है कि यह सब कुछ स्कूल टीचर के सामने हो रहा था और सोने पर सुहागा ये बात है कि स्कूल वालों ने पीड़ित बच्चे को ही नोटिस थमा दिया.;

( Image Source:  AI Perplexity )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 31 July 2025 4:27 PM IST

बुधवार की दोपहर चिलदाग प्लस टू हाई स्कूल, जहां बच्चों के सपने आकार लेते हैं, एक खौफनाक घटना की गवाह बनी. स्कूल के यार्ड में एक अनाथ आदिवासी छात्र पर जो कहर टूटा, उसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. 

मामूली आरोप पर उसे बेरहमी से पीटा गया, इतना कि वह बेहोश हो गया. यह वही छात्र है जिसकी मां दिहाड़ी मजदूरी करके बेटे को पढ़ा रही है, क्योंकि पिता का साया पहले ही उठ चुका है. चलिए जानते हैं पूरा मामला.

बालों को लेकर हुआ विवाद 

स्कूल मैनेजमेंट पहले से कुछ छात्रों से नाराज़ था. वजह थी उनके लंबे बाल. बार-बार चेतावनी के बावजूद जब कुछ छात्र बाल कटवाकर नहीं आए, तो सीनियर छात्रों से जबरन कटवाया गया. इसी दौरान क्लास दसवीं ए की एक छात्रा ने आरोप लगाया कि दसवीं 'बी' का एक आदिवासी छात्र ने उसके साथ गलत तरीके से बात की है. 

बिना सच्चाई जाने, तुरंत सज़ा

इस बात में कितनी सच्चाई है यह जाने बैगर स्कूल प्रबंधन ने छात्र को डांटना शुरू किया. तभी लंच ब्रेक हो गया और घटनाएं तेजी से बदलने लगीं. छात्रा ने अपने भाई को फोन पर घटना की जानकारी दी. कुछ ही मिनटों में उसका भाई, चाचा, पिता और एक अन्य रिश्तेदार स्कूल पहुंच गए.

स्कूल के भीतर खुलेआम मारपीट

स्कूल के भीतर ही प्रिंसिपल के चेंबर के पास खड़े छात्र को खींचकर बाहर निकाला गया. फिर जो हुआ, वो रोंगटे खड़े कर देने वाला था. चारों लोगों ने छात्र को लात-घूंसों से पीटना शुरू किया. तीन-चार बार उसे उठाकर ज़मीन पर पटका गया. जब तक वह बेहोश नहीं हो गया, उसकी पिटाई जारी रही.  उसकी चीखें दीवारों से टकराकर लौटती रहीं, लेकिन कोई नहीं आया. स्कूल के टीचर तमाशबीन बने रहे. सब कुछ स्कूल के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया.

पीड़ित को ही दिया नोटिस

स्कूल की प्रिंसिपल संगीता रवि ने बाद में इस बात को माना कि मामला अचानक हुआ और जब तक वे कुछ समझ पातीं, छात्र बेहोश हो चुका था. पर हैरानी की बात यह रही कि स्कूल ने पीड़ित छात्र को ही नोटिस थमा दिया और गुरुवार को पेरेंट्स के साथ स्कूल आने को कहा.

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