झारखंड के इस गांव में चर्चा में था उग्रवादी मोटा टाइगर, गांव के 30 लोगों ने मिलकर उतारा मौत के घाट

झारखंड में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के कमांडर को मौत के घाट उतारा जा चुका है. मोटा टाइगर के साथ-साथ उसके अन्य साथियों की भी मौत हो चुकी है. मोटा टाइगर दोहरे हत्याकांड में नामजद था.;

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Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 8 Dec 2024 10:22 AM IST

पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का आंतक था. यहां के गांव वाले आंतक से तंग आ गए थे. ऐसे में 30 गांव के ग्रामीणों ने मिलकर इस संगठन के कमांडर मोटा टाइगर के साथ-साथ दो अन्य उग्रवादियों को मौत के घाट उतार डाला. यह वारदात 6 दिसंबर के दिन कोमाय जंगल के पास हुई.

बता दें कि पीएलएफआई के एरिया कंमाडर मोटा टाइगर पर दो लोगों की हत्या के चलते पुलिस में मामला दर्ज है. स्थानीय लोगों का कहना है कि केवल मोटा टाइगर के साथियों के अलावा चार अन्य उग्रवादियों को भी हत्या की गई है. हालांकि, इस बात को लेकर अभी तक कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी नहीं किया गया है.

दोहरे हत्याकांड में है नामजद

गुदड़ी के निवासी सनसा और रवि की 24 नवंबर को धारदार हथियार से हत्या की गई. हुआ कुछ यूं था कि सनसा रवि के घर गया था, जहां अन्य लोगों में भाकर अपनी जान बचाई थी. इसके बाद मोटा टाइगर पर पुलिस ने केस दर्द किया है. वहीं इस वारदात को अंजाम देने के बाद 27 नवंबर को कुछ अपराधियों ने सेरेंगदा गांव के लड़के नमन लोमगा की पिटाई की, जिसमें उसकी मौत हो गई.

ग्रामीण लोगों ने बुलाई थी बैठक

गुदड़ी, सोनुवा, गोईलकेरा और आनंदपुर थाना में अपराधिक घटनाएं बढ़ रही थीं. ऐसे में उग्रवादियों पर लगाम लगाने के लिए स्थानीय लोगों ने बैठक की, जिसमें आसपास के तीस लोग शामिल हुए. इस बैठक में उग्रवादियों को सबक सिखाने के लिए योजना बनाई गई.

ऐसे दिया घटना को अंजाम

ग्रामीणों का कहना है कि पीएलएफआई के उग्रवादियों ने इस इलाके में आंतक मचाया हुआ है. उग्रवादियों के साथ-साथ इनके समर्थक लोगों को डरा रहे हैं. इस बात से परेशान होकर गांव वालों ने उन्हें इस इलाके से भगाने का फैसला लिया. इसके बाद स्थानीय लोग हथियारों के साथ जंगलों में इन लोगों की तलाश कर रहे हैं.

जंगल के आसपास तैनात है जवान

इस बाबत सोनुवा, आनंदपुर, गोईलकेरा और गुदड़ी की पुलिस जंगल से करीब 1 किमी दूर से सारी गतिविधि पर नजर रख रही है. साथ ही, कोमाय जंगल वाले रास्ते पर जवान तैनात हैं. वहीं, इस तरफ जाने से लोगों को रोकने का प्रयास किया जा रहा है.

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