बदले के मूड में हेमंत! नामांकन भरने के बाद झारखंड पुलिस ने RJD कैंडिडेट को किया अरेस्ट, 21 साल पहले क्या किया था कांड?

बिहार चुनाव में बड़ा झटका! सासारम से आरजेडी प्रत्याशी सतेंद्र साह को नामांकन के तुरंत बाद झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी 2004 की बैंक डकैती केस में हुई बताई जा रही है. विपक्ष ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया, जबकि एनडीए ने कानून का पालन बताया. यह तीसरा मामला है जब महागठबंधन के उम्मीदवार को नामांकन के बाद हिरासत में लिया गया है, जिससे चुनावी माहौल गर्मा गया है.;

( Image Source:  X/SaralVyangya )
Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 21 Oct 2025 8:00 AM IST

बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक पारा भी चढ़ता जा रहा है. सोमवार को सासाराम सीट से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार सतेंद्र साह का नामांकन होते ही झारखंड पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी 2004 में दर्ज बैंक डकैती मामले से जुड़ी बताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी था.

झारखंड पुलिस के अनुसार सतेंद्र साह पर गढ़वा जिले के चिरौंजिया मोड़ पर हुई एक बैंक डकैती में शामिल होने का आरोप है. 2018 में उनके खिलाफ स्थायी वारंट जारी हुआ था. पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि साह के खिलाफ डकैती और आर्म्स एक्ट से जुड़े 20 से अधिक मामले दर्ज हैं. अब उन्हें झारखंड की अदालत में पेश किया जाएगा. यदि उन्हें जमानत नहीं मिलती, तो वह प्रचार अभियान से पूरी तरह दूर रहेंगे.

नामांकन स्थल पर हुआ ड्रामा

रोहतास जिले के अधिकारियों ने बताया कि जब साह सासाराम सीट से नामांकन भरने पहुंचे, तभी झारखंड पुलिस भी वहां मौजूद थी. नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने दी गई, लेकिन तुरंत बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. मौके पर समर्थक नारेबाजी करते नजर आए, जिन्होंने इसे राजनीतिक साजिश बताया.

विपक्ष ने लगाया 'राजनीतिक साजिश' का आरोप

यह मामला इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों की गिरफ्तारी का तीसरा उदाहरण है. इससे पहले दरौली और भोरे सीटों से सीपीआई (एमएल) के प्रत्याशी जितेंद्र पासवान और सत्यदेव राम को भी नामांकन के बाद गिरफ्तार किया गया था. अब विपक्ष आरोप लगा रहा है कि ये गिरफ्तारियां सत्ता के दबाव में हो रही हैं.

सीपीआई (एमएल) ने दी तीखी प्रतिक्रिया

सीपीआई (एमएल) लिबरेशन ने बयान जारी करते हुए कहा, “हम हमारे साथियों की राजनीतिक प्रेरित गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं. यह कार्रवाई जनता में बदलाव के बढ़ते माहौल से घबराए नेताओं की प्रतिक्रिया है.” विपक्षी दलों का कहना है कि लगातार हो रही गिरफ्तारियां चुनावी निष्पक्षता पर सवाल उठाती हैं.

बिहार चुनाव में नया मोड़

बिहार की 243 सीटों पर दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा. नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब सभी उम्मीदवार प्रचार में जुटे हैं. लेकिन इस गिरफ्तारी ने सासाराम सीट पर चुनावी माहौल को नया मोड़ दे दिया है. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना न केवल RJD के लिए चुनौती है, बल्कि पूरे विपक्ष के लिए एक बड़ा चुनावी मुद्दा भी बन सकती है.

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