ना चीटिंग, ना फर्जी डॉक्यूमेंट्स, फिर भी एग्जाम के बाद बच्चों को थाने ले गई पुलिस, जानें पूरा मामला
सोचिए क्या हो जब बच्चे चीटिंग भी न करें और उनके पास कोई फर्जी डॉक्यूमेंट्स भी न पकड़े जाए, इसके बावजूद पुलिस कैंडिडेट्स को एग्जाम के बाद थाने ले जाए? ऐसा ही कुछ हरियाणा के CET एग्जाम देने वाले बच्चों के साथ हुआ.;
शनिवार को जब सीईटी का एग्जाम (सामान्य पात्रता परीक्षा) खत्म हुआ, तो कई सेंटर पर एक अजीब सा माहौल देखने को मिला. परीक्षा खत्म होते ही पुलिस कुछ स्टूडेंट्स को अपनी गाड़ियों में बैठकर साथ ले गई. यह देखकर दूसरे बच्चे और उनके साथ आए पेरेंट्स हैरान रह गए.
बच्चों को पुलिस गाड़ी में जाते देख माता-पिता की चिंता बढ़ गई. कोई कुछ ठीक से नहीं बता पा रहा था कि आखिर बच्चों को ले क्यों जाया जा रहा है. कुछ लोग बोले कि ये नकली स्टूडेंट्स हो सकते हैं, तो किसी ने कहा कि शायद ये गलत सेंटर पर परीक्षा देने आ गए हैं. घबराए हुए अभिभावक थानों और सीआईए ऑफिस के चक्कर काटते रहे. घंटों तक उन्हें यह भी नहीं बताया गया कि उनके बच्चे कहां हैं. बाहर खड़े लोगों को बस इतना कहा गया कि 'वेरिफिकेशन चल रहा है.'
ये है असली वजह
बाद में जब पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई, तो पता चला कि जिन कैंडिडेट्स को ले जाया गया था, उनकी शक्लें आपस में बहुत मिलती-जुलती थीं. हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने पुलिस को एक लिस्ट दी थी, जिसमें ऐसे कैंडिडेट्स के नाम थे, जिनकी शक्लें या डेट ऑफ बर्थ एक जैसी थी. इन उम्मीदवारों में से कुछ जुड़वां भाई-बहन भी निकले, जिनका चेहरा एक जैसा था. इसी वजह से पुलिस को शक हुआ और उन्हें जांच के लिए थाने ले जाया गया.
कड़े सुरक्षा इंतजाम, फिर भी उलझन
जिले में दो शिफ्टों में परीक्षा हुई थी, जिसमें कुल 22,636 छात्रों ने अपना नाम रजिस्टर करवाया था. प्रशासन ने 47 एग्जाम सेंटर बनाए थे और हर जगह पुलिस सतर्क खड़ी रही. छात्रों की अच्छे से जांच करने के बाद ही उन्हें परीक्षा देने के लिए अंदर भेजा गया और परीक्षा शांति से पूरी हुई. लेकिन जैसे ही पेपर खत्म हुआ, कुछ जगहों पर पुलिस ने गेट बंद कर दिए और कुछ छात्रों को सीधा अपनी गाड़ी में बैठा लिया. बाहर खड़े माता-पिता अपने बच्चों को देखने के लिए परेशान होते रहे.
पहले क्यों नहीं किया वेरिफिकेशन?
पंचकूला के रायपुररानी के रहने वाले नंद सिंगला के दो भतीजे, अभय और अजय जुड़वां हैं. अभय की परीक्षा शनिवार को थी और अजय की रविवार को है. परीक्षा देने के बाद पुलिस शक के चलते अभय को अपने साथ ले गई, जबकि उसका पेपर खत्म हो चुका था. नंद सिंगला ने कहा कि 'अगर शक था तो पहले ही जांच क्यों नहीं की गई.'