दादा पैरामिलिट्री और पापा एयरफोर्स में, फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव का सेना से रहा पुराना नाता
फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव ने मार्च के महीने में सगाई की थी, लेकिन अब वह इस दुनिया में नहीं हैं. जगुआर फाइटर जेट क्रैश होने से उनकी मौत हो गई, जहां को-पायलट की जान बच गई. सिद्धार्थ की उम्र महज 28 साल थी.;
इंडियन एयरफोर्स के फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव की 3 अप्रैल की रात गुजरात के जामनगर के पास एक गांव में जगुआर फाइटर जेट क्रैश होने से मौत हो गई. यह हादसा करीब 9.30 बजे हुआ. दरअसल सिद्धार्थ नाइट ट्रेनिंग मिशन पर थे. जहां अचानक से जेट खुले मैदान में गिरा और उसमें आग लग गई.
इस हादसे में को-पायलट की जान बच गई, जिसका अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि सिद्धार्थ यादव नहीं बच सके. सबसे दुखद बात यह है कि हाल ही में 23 मार्च को उनकी सगाई हुई थी और परिवार ने शादी की तैयारियां भी शुरू कर दी थी. ऐसे में चलिए जानते हैं कौन थे सिद्धार्थ यादव?
ऐसे बने फ्लाइट लेफ्टिनेंट
सिद्धार्थ यादव हरियाणा के रेवाड़ी जिले के माजरा भालखी गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने साल 2016 के जनवरी में नेशनल डिफेंस अकेडमी कोर्स 135 ज्वाइन किया था. 2016 में एनडीए की परीक्षा पास करने के बाद सिद्धार्थ ने फाइटर पायलट बनने से पहले तीन साल की कड़ी ट्रेनिंग ली. दो साल की सर्विस के बाद उन्हें फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर प्रमोट किया गया.
चार दशक से परिवार सेना में
सिद्धार्थ का परिवार चार पीढ़ी से सेना में है. जहां उनके परदादा बंगाल इंजीनियर्स में काम करते थे. वहीं उनके दादा पैरामिलिट्री फोर्स का हिस्सा थे. वहीं उनके पिता एयरफोर्स से रिटायर हो चुके हैं.
क्यों हुआ जेट क्रैश?
भारतीय वायु सेना ने बताया कि अचानक से जेट में तकनीकी खराबी आ गई थी. इसके कारण यह हादसा हुआ. जहां इस गड़बड़ी के चलते दोनों पायलट ने जेट को बाहर निकालना शुरू किया, ताकि एयरफील्ड और लोगों को कोई नुकसान न पहुंचे.