टीचर मनीषा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, कीटनाशक दवा बनी मौत की वजह, फिर परिजन क्यों कर रहा अंतिम संस्कार से इनकार?
Teacher Manisha Murder Case: मनीषा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. उसके शरीर से जहर मिला है. गले पर खुरदरे निशान नहीं थे. चेहरे की त्वचा, आंखें, गर्दन के ऊपरी हिस्से गायब थे. लेकिन परिवार ने शव स्वीकारने से इनकार कर दिया और आरोप लगाया कि पहले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए.;
Teacher Manisha Murder Case: हाल ही में हरियाणा के भिवानी के सिंहानी गांव में 19 साल की प्ले-स्कूल टीचर मनीषा की निर्मम हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद परिजन और गांव वालों में आक्रोश फैला हुआ है. वह सरकार और पुलिस प्रशासन ने न्याय की गुहार लगा रहे हैं. अब मनीषा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है.
रविवार को मनीषा की हत्या के विरोध में जताया गया. फिर सोमवार (18 अगस्त) को बड़ी महापंचायत बुलाई गई. उस सभा में पूर्व भाजपा मंत्री जे.पी. डालाल ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया, लेकिन उपस्थित लोगों ने कहा कि पहले हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए. यहां के बाजार बंद रहे क्योंकि ग्रामीणों ने पुलिस पर काम को लटकाने का आरोप लगाया.
मनीषा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट
मनीषा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. उसके शरीर से जहर मिला है. पीजीआई के एमएस डॉ. कुंदन मित्तल ने इसकी पुष्टि की. मनीषा को दो जगह पोस्टमार्टम हुआ. एक भिवानी और दूसरा रोहतक कुछ रिपोर्ट अभी और आनी बाकी है. बॉडी में कीटनाशक मिला है.
SP सुमित कुमार ने बताया कि मनीषा की हत्या नहीं, बल्कि आत्महत्या के लगभग सबूत मिले हैं. बैग से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें साइन की पहचान मनीषा के हाथ से मेल खाते हैं. उसे और अन्य दस्तावेज भी बैग में मिले. गले पर खुरदरे निशान नहीं थे. चेहरे की त्वचा, आंखें, गर्दन के ऊपरी हिस्से गायब थे.
कब हुई हत्या?
जानकारी के अनुसार, मनीषा 11 अगस्त को स्कूल से अपनी कक्षा छोड़कर नर्सिंग कॉलेज में कोर्स की जानकारी लेने गए , लेकिन वापस नहीं लौटीं. शाम तक जब वह वापस नहीं आईं और उनके फोन पर भी कोई जवाब नहीं मिला, तो पिता ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. परिजनों का आरोप है कि लोहारू पुलिस ने उनकी अपील को शुरुआत में ही खारिज करते हुए कहा कि बेटी शायद घर से भाग गई है और दो दिनों में लौट आएगी.
बाद में पुलिस ने परिवार को कॉलेज तक पहुंचाया, जहां तीन व्यक्तियों से पूछताछ की गई. उन्होंने कहा कि उन्होंने मनीषा को नहीं देखा और कॉलेज दोपहर 1 बजे बंद हो गया था. 13 अगस्त को सिंहानी के एक खेत में मनीषा का शव गले रेतकर पड़ा मिला. उसके बाद पहली पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट तैयार हुई, लेकिन परिवार ने शव स्वीकारने से इनकार कर दिया और आरोप लगाया कि पहले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए.
अंतिम संस्कार से इनकार
मनीषा के परिजन ने उसका अंतिम संस्कार करने से मना किया. उन्होंने कहा, पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज करने में देरी की है. एक महिला ने आरोप लगाया कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती, तो मनीषा की जान बच सकती थी. शनिवार को ढिगावा मंडी के पास महापंचायत में दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई.
रविवार को ग्रामीणों ने दिल्ली-पिलानी मार्ग जाम कर प्रदर्शन किया. जांच के लिए छह पुलिस टीमें बनीं और पुष्टि हुई कि पोस्ट-मार्टम PGIMS रोहतक में करवाया गया था. मौत की असली वजह फोरेंसिक लैब की विसरा रिपोर्ट में जहर बताई जा रही है. वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भिवानी के एसपी को ट्रांसफर कर दिया और पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया, लेकिन विपक्षी दलों ने इसे अपर्याप्त कदम बताया.