Haryana: जेल में रील्स बनाने वाले गैंगस्टरों पर शिकंजा, DGP ने शुरू किया ‘ऑपरेशन ट्रैकडाउन’, कहा - 'दुनिया को बताओ...'

Haryana DGP OP Singh: हरियाणा पुलिस के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने जो ‘ऑपरेशन ट्रैकडाउन’ शुरू किया है, उसका मकसद जेल में बैठकर सोशल मीडिया पर अपनी जिंदगी को ‘ग्लैमरस’ दिखाने वाले अपराधियों की हकीकत दुनिया के सामने उजागर करना है. ताकि लोग यह जान सकें कि जेल में अपराधियों की जिंदगी कैसी होती है?;

( Image Source:  Haryana DGP OP Singh facebook )
Curated By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 8 Nov 2025 3:13 PM IST

हरियाणा पुलिस ने उन अपराधियों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है जो ‘सोशल मीडिया दुनिया’ पर खुद को ‘सेलिब्रिटी’ की तरह पेश करते हैं. डीजीपी ओपी सिंह ने ‘ऑपरेशन ट्रैकडाउन’ शुरू करते हुए कहा कि अब जनता को भी ऐसे अपराधियों की असलियत सोशल मीडिया पर उजागर करनी होगी. यानी जेल से रील्स, फोटो और स्टेटस डालने वालों गैंगस्टर्स की अब खैर नहीं.

हरियाणा पुलिस के डीजीपी ने ऐसे अपराधियों की असलियत को उजागर कर उनकी झूठी ‘हीरो इमेज’ को तोड़ने को कहा है. डीजीपी ओ.पी. सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जेलों में बंद अपराधियों के असली जीवन और कठिन परिस्थितियों को जनता के सामने लाया जाए. ताकि पूरी दुनिया समझ सके कि अपराध का अंत केवल सलाखों के पीछे होता है.

हाल ही में डीजीपी पद की जिम्मेदारी संभालने वाले ओपी सिंह ने क्रिमिनल्स और गैगस्टर्स के खिलाफ कई मोर्चे खोल दिए हैं. एक और वह गैंगस्टरों की ऑनलाइन छवि मिटाने के लिए अभियान चला रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर आत्मसमर्पण कर सामान्य जीवन अपनाने वालों की बेहतरी के लिए सार्थक प्रयास करने में भी जुटे हैं.

क्रिमिनल्स की अब खैर नहीं

डीजीपी ने इस अभियान की शुरुआत 5 नवंबर से की है. यह अभियान 16 दिन तक चलेगा. अभियान ‘ऑपरेशन ट्रैकडाउन’ का मकसद फरार और वांछित अपराधियों को पकड़ना है. पहले ही दिन पुलिस ने 30 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर अपनी कार्यवाही की शुरुआत कर दी.

डीजीपी ने सभी जिलों और एसटीएफ इकाइयों को अपने सबसे खतरनाक अपराधियों की सूची तैयार करने और उन पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है. उन्होंने दो टूक कहा कि जेलों में सड़ने वाले चिरकुट रील्स से लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं.

रील बनाने वाला गैंगस्टर दलजीत गिरफ्तार

दरअसल, झज्जर जेल में बंद गैंगस्टर दलजीत सिहाग उर्फ सिसई का मामला सामने आया था, जो सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट से ‘इंफ्लुएंसर’ बनने की कोशिश कर रहा था. जबकि वह जेल में टॉयलेट साफ करने काम करता है. जांच में पता चला कि उसने जेल से बाहर एक व्यक्ति को पैसे देकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स चलवाने का काम सौंपा था. जो उसकी पेशी के दौरान वीडियो शूट करता था और सोशल मीडिया पर उसे हीरो की तरह पेश करता था.

मेटा, एक्स और इंस्टा को जारी किया नोटिस

फिलहाल, पुलिस ने दलजीत सिहाग को गिरफ्तार कर लिया है और Meta, X (ट्विटर) और Instagram को भी ऐसे खातों की जानकारी देने के लिए नोटिस भेजे हैं जो ‘गैंग कल्चर’ को बढ़ावा दे रहे हैं.

डीजीपी ओ.पी. सिंह ने साफ कर दिया है कि क्राइम छोड़कर सही रास्ते पर आना चाहता है, उसे मौका दिया जाएगा, लेकिन जो समाज को डर दिखाकर नुकसान पहुंचाना चाहते हैं कि उसके सख्त कार्रवाई होगी.

Similar News