इंजीनियरिंग हो या नर्सिंग इतने में मिलेगी डिग्री, फर्जी सर्टिफिकेट बेचने वाले रैकेट का पर्दाफाश
हरियाणा के सिरसा में एक इंस्टीट्यूट पर सीएम फ्लाइंग की एक टीम ने छापेमारी की. इस दौरान इंस्टीट्यूच से कई नकली डिग्री और सर्टिफिकेट मिले. बताया गया कि इंस्टीट्यूट इन डिग्रियों को 28 से 72 हजार रुपये में बेचा करता था.;
हरियाणा के द्वारका पुरी में एक इंस्टीट्यूट को सील कर दिया गया है. दरअसल इंस्टीट्यूट पर फेक डिग्री और सर्टिफिकेट तैयार करने का आरोप है. वहीं डब इसकी जानकारी सामने आई उस दौरान इंस्टीट्यूट को सील कर दिया गया और आगे की जांच की जा रही है.
दरअसल सीएम फ्लाइंग स्क्वाड ने साईं इंस्टीट्यूट पर छापा मारा और कई विश्वविद्यालयों की नकली डिग्रियां और प्रमाण पत्र बरामद किए. इंस्टीट्यूट में इसी दौरान एक युवक अपना माइग्रेशन सर्टिफिकेट लेने आया था. उस युवक ने जानकारी देते हुए कहा कि उसने 30 हजार रुपये में अरुणाचल प्रदेश की एक यूनिवर्सिटी से BA की डिग्री खरीदी थी.
कई तरह की डिग्रियां बरामद
बताया गया कि जिस साईं इंस्टीट्यूट पर ये छापेमारी पढ़ी. छापेमारी के दौरान कई तरह की नकली डिग्रियां मौके से बरामद हुई हैं. आपको बता दें कि इंस्टीट्यूट ये सब एक ही एक ही कमरे से चला रहा था. वहीं इस दौरान मिली डिग्रियों में MA, इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ और कई अन्य क्षेत्रों की डिग्रियां शामिल हैं.
जानकारी के अनुसार इस छापेमारी में 10वीं और 12वीं क्लास के नकली सर्टिफिकेट मिले हैं. कई राज्यों की अलग-अलग यूनिवर्सिटी जैसे छत्तीसगढ़, पंजाब, पश्चिम बंगास, उत्तर प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पूर्वोत्तर और केरल जैसे राज्य शामिल हैं.
एक डिग्री से कमाते थे इतने रुपये
वहीं इस दौरान यह जानकारी भी सामने आई कि इंस्टीट्यूट ने इन डिग्रियों की कीमत 28 हजार रुपये से 72 हजार रुपये तक में बेचा है. इनमें मेडिकल लैब टेक्नॉलोजी और नर्सिंग असिस्टेंट जैसी डिप्लोमा सर्टिफिकेट 50 हजार से लेकर 60 हजार रुपये में मिलते थे. वहीं जिस दौरान इंस्टीट्यूट पर छापा पड़ा उस दौरान कई नकली स्टांप, डॉक्यूमेंट्स, फॉर्म और प्रिंटिंग टूल्स मिलते हैं.
इस मामले पर डिप्टि कमिश्नर शांतनु शर्मा की प्रतिक्रिया सामने आई थी. उन्होंने कहा कि हमें शिकायत मिली थी जिसके बाद हमने इंस्टीट्यूट पर छापा मारा था. इस दौरान पुलिस ने संस्थान में काम करने वाली चार महिला इनमें एक रिसेप्शन पर काम करने वाली और ऑफिस का काम देख रही थी. उन्हें गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि इस दौरान कोई अन्य स्टाफ मौके पर मौजूद नहीं था.