विदेश से पंजाबी में धमकी भरा कॉल, 5 करोड़ की डिमांड; सिंगर फाजिलपुरिया ने बताई खुद पर हमले की कहानी
कुछ समय पहले रैपर फाजिलपुरिया पर हमला हुआ था. अब उन्होंने बताया कि विदेश से उन्हें धमकी भरा कॉल आया था, जिसमें कहा गया कि अगर वह 5 करोड़ रुपये नहीं देंगे, तो उनकी जान को खतरा होगा.;
हरियाणा के चर्चित सिंगर और रैपर राहुल यादव, जिन्हें फाजिलपुरिया के नाम से जाना जाता है, हाल ही में एक गंभीर मामले के केंद्र में आए हैं. 14 जुलाई को उनके ऊपर हुए जानलेवा हमले के बाद उनकी ज़िंदगी में खलल मचा है. फाजिलपुरिया ने बताया कि यह हमला केवल धमकियों का हिस्सा नहीं था, बल्कि एक विदेशी गैंगस्टर ने उनसे फोन पर पांच करोड़ रुपये की मांग भी की है.
फाजिलपुरिया के अनुसार, पुलिस थाने में पूछताछ के दौरान रात करीब 10:30 बजे उन्हें एक विदेशी नंबर से फोन आया. फोन करने वाले गैंगस्टर ने पंजाबी में बात करते हुए कहा कि अगर वह पांच करोड़ रुपये नहीं देंगे, तो उनकी और उनके परिवार की जान को खतरा होगा. हालांकि,फाजिलपुरिया ने साफ किया कि वह इन धमकियों से कभी डरेंगे नहीं. उन्होंने गुरुग्राम पुलिस की कार्रवाई पर पूरा विश्वास जताया और भरोसा व्यक्त किया कि जल्द ही सच सबके सामने आ जाएगा.
दीपक नांदल से कोई विवाद नहीं
मीडिया में यह अफवाह उड़ी थी कि फाजिलपुरिया का उनके पुराने साथी दीपक नांदल से रुपयों को लेकर विवाद चल रहा है. इस बात पर फाजिलपुरिया ने पूरी तरह से इनकार किया. अगर वाकई किसी लेन-देन को लेकर कोई विवाद होता, तो क्या दीपक नांदल तीन साल तक चुप रहते? पांच करोड़ जैसे बड़े मुद्दे पर कोई भी इंसान इतना इंतजार नहीं करता है. फाजिलपुरिया का मानना है कि यदि वाकई कोई गलतफहमी होती, तो वह साफ-साफ बात करना पसंद करते. लेकिन अब दीपक नांदल और गैंगस्टर सुनील सरधानिया उन्हें बदनाम कर रहे हैं.
क्यों अलग हुए दीपक और फाजिलपुरिया?
एक वक्त था जब दीपक नांदल, फाजिलपुरिया की टीम का अहम हिस्सा हुआ करते थे. मंच के पीछे से लेकर मैनेजमेंट तक, दीपक ही उनके फाइनेंशियल मामलों को संभालते थे. लेकिन फिर फाजिलपुरिया को पता चला कि दीपक का अपराध की दुनिया से कनेक्शन है. और यही वजह थी कि उन्होंने तीन साल पहले दीपक से दूरी बना ली.
फायरिंग की घटनाओं में विरोधाभास
फायरिंग की घटना को लेकर कई विरोधाभास भी सामने आए हैं. फाजिलपुरिया ने बताया कि हमलावरों की कार से शुरुआत में गोली नहीं चली, बल्कि उनका पीछा करते हुए दो राउंड फायरिंग हुई. हालांकि पुलिस की जांच में सिर्फ एक राउंड फायरिंग दर्ज़ की गई है. इस विरोधाभास ने मामले को और जटिल बना दिया है.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद मिली धमकियां
फाजिलपुरिया ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर खुलकर विरोध जताया था. इसके बाद से ही उन्हें लॉरेंस गैंग की ओर से फोन पर धमकियां मिलने लगीं. बात सिर्फ फोन तक नहीं रुकी. उनकी गाड़ियों पर हमला करने की कोशिश की गई. फाजिलपुरिया ने धमकी और हमले की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवाई.