SP का ट्रांसफर, पांच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई... भिवानी की लेडी टीचर मनीषा की हत्या मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?

हरियाणा के भिवानी ज़िले के धानी लक्ष्मण गांव में लेडी टीचर मनीषा की हत्या मामले ने प्रदेश में आक्रोश पैदा कर दिया है. पुलिस लापरवाही और पोस्टमार्टम में गड़बड़ियों पर सवाल उठने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सख़्त कार्रवाई के आदेश दिए. भिवानी एसपी वरुण सिंगला का तबादला कर उनकी जगह आईपीएस सुमित कुमार को नियुक्त किया गया, जबकि पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. इस बीच, भाजपा सांसद धरमबीर सिंह ने पीड़िता के परिवार से मुलाक़ात कर न्याय की मांग की.;

( Image Source:  Social Media )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 16 Aug 2025 5:44 PM IST

Bhiwani Manisha Murder Case: हरियाणा के भिवानी में लेडी टीचर मनीष की हत्या का मामला तूल पकड़ जा रहा है. ग्रामीमों ने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लोहारू में दिल्ली-पिलानी रोड पर जाम लगा दिया. शिक्षिका का परिवार भी 3 दिन से ढिगावा में धरने पर बैठा हुआ है.

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एसपी मनबीर सिहं को हटाकर उनकी जगह सुमित कुमार को नियुक्त किया है. इसके साथ ही, उन्होंने मामले में लापरवाही बरने पर लोहारू SHO अशोक, महिला ASI शकुंतला और डायर 112 की इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल टीम के ASI अनूप और सिपाही पवन और SPO धर्मेंद्र को सस्पेंड कर दिया.

अब तक क्या-क्या हुआ?

  • 19 वर्षीय प्ले स्कूल टीचर मनीषा (ढाणी लक्ष्मण गांव, भिवानी) की गला रेतकर हत्या कर दी गई. उनकी लाश 13 अगस्त को सिंघानी गांव के नहर किनारे मिली.
  • परिवार ने पोस्टमॉर्टम तक शव लेने से इनकार कर दिया और पुलिस से हत्या के पीछे की साजिश उजागर करने और हत्या करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की.
  • मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले में भिवानी के SP मनबीर सिंह का स्थानांतरण और 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के निर्देश दिए.
  • नए SP के रूप में Sumit Kumar (2014 बैच IPS) को नियुक्त किया गया है. मुख्यमंत्री ने कानून-व्यवस्था को सुधारने और भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न होने का कड़ा निर्देश दिया.
  • BJP सांसद धरमबीर सिंह ने परिवार से मिलकर पुलिस की खामियों को स्वीकार किया और दोषियों की गिरफ्तारी व जवाबदेही में तेजी का वादा किया.
  • मनीषा के पिता संजय का आरोप है कि जब वह गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने थाने गए तो पुलिस वालों ने  कहा कि लड़की कहीं भाग गई होगी तो 2 दिन में वापस आ जाएगी.  उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले में बहुत बड़ी लापरवाही की. अगर पुलिस ने समय रहते  मनीषा की तलाश की होती तो उसकी जान बच सकती थी.
  • मनीषा 11 अगस्त को 2 बजे के बाद गायब हुई थी. वह घर से नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन लेने की बात कहकर निकली थी. 

मनीषा की हत्या के बाद परिजनों ने शव को लेने से इनकार करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया. काफी समझाने के बाद उन्होंने 4 घंटे के बाद जाम खोला.

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