जानें कौन हैं निशा चौहान, 15 पंचों में से 14 मुस्लिम, फिर भी चुनी गईं सरपंच; हरियाणा के इस गांव का है मामला
सिरोली के पूर्व सरपंच ने कहा कि उन्हें निशा चौहान से इस उम्मीद के साथ चुना है कि वह इस गांव के लोगों के लिए अच्छा काम करेगी. उन्होंने बताया कि इस गांव में दोनों धर्म के लोग मिल-जुलकर रहते हैं. यहां रहने वाले हिंदू लोगों को किसी से डरने की कोई जरूरत नहीं है. हमारे गांव का ऐसा माहौल है कि यहां सभी एक-दूसरे अच्छे-बुरे में शामिल होते हैं.;
हरियाणा के नूंह जिले की एक पंचायत ने नई मिसाल पेश की है. जहां ज्यादा संख्या में मुस्लिम आबादी होने के बावजूद महिला सदस्य को गांव का सरपंच घोषित किया है.
यह मामला पुन्हाना ब्लॉक के सिरोली गांव का है, जहां 3,296 लोग रहते हैं. इनमें से सिर्फ 250 हिंदू हैं. इतना ही नहीं, सबसे अलग बात पंचायत में 15 सदस्य में से 14 लोग मुस्लिम हैं. यह सरपंच निशा चौहान है, जिनकी उम्र 30 साल है.
सभी ने निशा को दिया वोट
नूंह खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी शमशेर सिंह के पास पुन्हाना एडिशनल चार्ज भी है. उन्होंने बताया कि 2 अप्रैल को सरपंच को चुनने के लिए बैठक हुई थी. इस बैठक में 10 लोग शामिल हुए थे. जहां सभी ने निशा चौहान को वोट दिया. 15 पंच के सदस्यों में निशा चौहान सहित 8 महिलाएं शामिल हैं.
सहाना को क्यों किया गया बर्खास्त?
सिरोली गांव के कुछ लोग जाति के नेता हैं, जहां इस गांव में सरपंच की सीट महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है. इसके बाद साल 2022 में पंचायत चुनाव हुए, जिसमें सहाना की जीत हुई. हालांकि, पद सभांलने के कुछ महीने बाद सहाना को बर्खास्त कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने अपने एजुकेशन सर्टिफिकेट फर्जी दिए थे.
रुक्शिना बनीं सरपंट
इसके बाद साल 2024 में रुक्शिना ने सहाना की जगह ली और सरपंच का काम संभाला, लेकिन पंचायत सदस्य उनके काम से खुश नहीं थे. ऐसे में उन्होंने रुक्शिना के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसके चलते उसे कार्यकाल की समय सीमा कम कर दी गई.
निशा से हैं कई उम्मीद
सिरोली के पूर्व सरपंच ने कहा कि उन्हें निशा चौहान से इस उम्मीद के साथ चुना है कि वह इस गांव के लोगों के लिए अच्छा काम करेगी. उन्होंने बताया कि इस गांव में दोनों धर्म के लोग मिल-जुलकर रहते हैं. यहां रहने वाले हिंदू लोगों को किसी से डरने की कोई जरूरत नहीं है. हमारे गांव का ऐसा माहौल है कि यहां सभी एक-दूसरे अच्छे-बुरे में शामिल होते हैं.