लाल किला ब्लास्ट: डॉक्टर उमर मोहम्मद ने कैसे रची थी दिल्ली दहलाने की साजिश, CCTV फुटेज ने खोला पूरी घटना का टाइमलाइन
दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद, जो पुलवामा का रहने वाला और जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ा था, ने यह हमला अपने नेटवर्क के पकड़े जाने के बाद घबराहट में अकेले अंजाम दिया. CCTV फुटेज से पूरी घटना की टाइमलाइन सामने आई है- उमर सुबह फरीदाबाद से निकला.;
दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार को हुई कार ब्लास्ट की जांच अब एक खौफनाक कहानी बनकर सामने आ रही है. जांच एजेंसियों ने सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक साक्ष्यों के जरिए इस घटना को घंटे दर घंटे जोड़कर देखा है. अब यह साफ होता जा रहा है कि आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने यह हमला किसी संगठित गिरोह के आदेश पर नहीं, बल्कि अपनी गिरफ्तारी से पहले आखिरी हताश कोशिश के रूप में अंजाम दिया था.
जांच में सामने आया है कि यह कोई सामान्य आतंकी नहीं, बल्कि पेशे से डॉक्टर था. पुलवामा का रहने वाला 36 वर्षीय डॉ. उमर मोहम्मद, जो जैश-ए-मोहम्मद (JeM) मॉड्यूल से जुड़ा था. उसके नेटवर्क के दो अन्य डॉक्टर सहयोगियों की गिरफ्तारी और 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री जब्त होने के बाद उसने यह आत्मघाती कदम उठाया.
'वाइट कॉलर टेरर नेटवर्क' में था डॉक्टर उमर
जांच के अनुसार, डॉक्टर उमर का संबंध उस “व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क” से था जिसमें दो और डॉक्टर — डॉ. अदील अहमद राठर और डॉ. मुझम्मिल शकील शामिल थे. दोनों को दिल्ली धमाके से कुछ घंटे पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. यह पूरा गिरोह पेशेवर जिंदगी के आड़ में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता था. फरीदाबाद में हुई बड़ी छापेमारी में जब करीब 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद हुई, तो उमर के लिए भागने के रास्ते बंद हो गए.
फरीदाबाद से लाल किला तक- मौत की यात्रा का पूरा ट्रैक
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपी की पूरी मूवमेंट ट्रेस की है. सुबह 7:00 बजे: सफेद ह्यूंदै i20 (HR 26CE 7674) पहली बार फरीदाबाद के एशियन हॉस्पिटल के पास देखी गई. सुबह 8:13 बजे: बदरपुर टोल प्लाजा के सीसीटीवी में उमर कार चलाते हुए दिल्ली में प्रवेश करता दिखा. मास्क पहने एक व्यक्ति स्पष्ट रूप से पहचाना गया.
- दोपहर 3:19 बजे- कार लाल किला क्षेत्र में पहुंची और सुनेहरी मस्जिद के पास पार्किंग में दाखिल हुई.
- तीन घंटे का सन्नाटा- पार्किंग में बंद कार में बैठा ‘कातिल डॉक्टर’
- सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि उमर पार्किंग में 3 घंटे 29 मिनट तक कार के अंदर ही बैठा रहा.
- 3:19 PM से 6:48 PM तक: वह वाहन से बाहर नहीं निकला.
- माना जा रहा है कि इस दौरान उसने अमोनियम नाइट्रेट फ्यूल ऑयल (ANFO) चार्ज को सक्रिय किया या ब्लास्ट टाइमिंग सेट की.
- पुलिस सूत्रों का कहना है कि “उसका इरादा शाम के व्यस्त ट्रैफिक में अधिकतम नुकसान पहुंचाने का था.”
- 6:52 बजे फटा बम: दिल्ली को दहलाने वाला पल
- 6:48 PM: कार पार्किंग से निकली.
- 6:52 PM: जब वाहन मार्ग, लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक सिग्नल पर पहुंचा, तभी जोरदार धमाका हुआ.
- कार चलती हालत में फटी जिससे स्पष्ट हुआ कि यह कोई पारंपरिक आत्मघाती हमला नहीं था, बल्कि एक अधूरी, जल्दबाजी में की गई कोशिश थी.
DNA से होगी आरोपी की पहचान
जांच एजेंसियों ने पुलवामा में उमर मोहम्मद के परिवार से DNA सैंपल लिए हैं, ताकि मलबे से मिले शव के हिस्सों का मिलान किया जा सके. फॉरेंसिक टीमें इस बात की पुष्टि करने में जुटी हैं कि धमाके के वक्त कार में वही मौजूद था या नहीं.