दिल्ली ब्लास्ट का नया सीसीटीवी फुटेज जारी, एक झटके में सबकुछ हुआ ख़त्म; Video में देखें डरावना मंजर
सरकार ने इस घटना को 'जघन्य आतंकवादी हमला' बताया है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि देश की सुरक्षा एजेंसियों को इस घटना की जांच 'अत्यधिक तत्परता और पेशेवर तरीके से' करने के निर्देश दिए गए हैं.;
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुई जोरदार कार ब्लास्ट की नई सीसीटीवी फुटेज सामने आई है. इस फुटेज में वह सटीक पल कैद हो गया है जब एक सफेद हुंडई आई20 कार में अचानक विस्फोट हुआ. इस धमाके में अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य लोग घायल हैं. घटना के बाद पूरे इलाके में भगदड़ और भय का माहौल बन गया.
यह धमाका सोमवार शाम करीब 6 बजकर 50 मिनट पर दिल्ली के नेताजी सुभाष मार्ग पर हुआ. यह इलाका आम दिनों में भी बेहद व्यस्त रहता है, क्योंकि यहां पर्यटकों और स्थानीय लोगों की भारी आवाजाही रहती है. घटना के समय सड़क पर काफी ट्रैफिक था और कई लोग लाल किले के आसपास घूम रहे थे. विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास की इमारतों के शीशे टूट गए और दूर-दूर तक धुआं फैल गया.
'जघन्य आतंकवादी हमला'
सरकार ने इस घटना को 'जघन्य आतंकवादी हमला' बताया है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि देश की सुरक्षा एजेंसियों को इस घटना की जांच 'अत्यधिक तत्परता और पेशेवर तरीके से' करने के निर्देश दिए गए हैं. एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को जांच सौंपी गई है और दिल्ली पुलिस की विशेष टीम भी इसमें सहयोग कर रही है. सुरक्षा बलों ने घटनास्थल को पूरी तरह सील कर दिया है और आसपास के इलाकों की तलाशी जारी है.
कई बड़े हमलों की थी तैयारी
जांच एजेंसियों की शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोट के पीछे आतंकवादी संगठन का हाथ हो सकता है. सूत्रों के अनुसार, हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई छापेमारी के कारण आतंकियों में घबराहट फैल गई थी, जिसके चलते यह ब्लास्ट जल्दबाजी और हताशा में किया गया. जांचकर्ताओं का मानना है कि इस हमले से पहले देशभर में कई जगहों पर एक साथ हमले करने की बड़ी साजिश रची गई थी, लेकिन खुफिया एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई से उसे नाकाम कर दिया गया.
नमूनों की फॉरेंसिक जांच
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस कार में विस्फोट हुआ, उसे पुलवामा के रहने वाले डॉक्टर उमर नबी चला रहे थे, जो फरीदाबाद के अल-फ़लाह अस्पताल में काम करते थे. जांच टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उमर नबी इस हमले में सीधे तौर पर शामिल थे या उन्हें किसी ने बहकाकर इस मिशन में झोंक दिया. सरकारी सूत्रों का कहना है कि एनआईए की टीम घटनास्थल से विस्फोटक सामग्री के कुछ नमूने जुटाए हैं. इन नमूनों की फॉरेंसिक जांच कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि धमाके में किस प्रकार का विस्फोटक इस्तेमाल किया गया था. सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल रिकॉर्ड की भी बारीकी से जांच की जा रही है ताकि पूरे नेटवर्क तक पहुंचा जा सके. फिलहाल पूरे इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और दिल्ली के संवेदनशील क्षेत्रों पर पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है. सरकार ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है.