प्रदूषण को लेकर हो रहे प्रदर्शन में क्यों हो रहा हिडमा का जिक्र, इन पांच Video में देखें कैसे-कैसे दे रहे तर्क?
दिल्ली में बीते दिन खराब प्रदूषण को लेकर इंडिया गेट पर हुआ प्रदर्शन उस वक्त सुर्खियों में आ गया जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने आंध्र प्रदेश में हाल ही में मारे गए माओवादी कमांडर मादवी हिडमा के पोस्टर लहराए. इस घटना ने पूरे विरोध प्रदर्शन का फोकस बदल दिया.;
राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन रविवार शाम उस समय विवादों में घिर गए, जब इंडिया गेट पर जुटे कुछ प्रदर्शनकारियों ने आंध्र प्रदेश में हाल ही में मारे गए माओवादी कमांडर मादवी हिडमा के पोस्टर लहराए. इस घटना ने पूरे विरोध प्रदर्शन का फोकस बदल दिया, जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ गया.
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने ट्रैफिक जाम करने की कोशिश की और पुलिस द्वारा हटाए जाने का प्रयास किए जाने पर कथित रूप से अधिकारियों पर मिर्च स्प्रे भी इस्तेमाल किया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी और कई लोगों को हिरासत में लिया है.
कैसे सामने आया पोस्टर विवाद?
इंडिया गेट के सी-हेक्सागॉन इलाके में शूट हुए वीडियो में कुछ प्रदर्शनकारी दिल्ली की प्रदूषण समस्या को लेकर नारे लगाते दिखे. वहीं भीड़ में एक व्यक्ति हिडमा का स्केच वाला पोस्टर पकड़े दिखाई दिया, जो 18 नवंबर को आंध्र प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. जैसे-जैसे नारेबाजी जारी रही, पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों से हटने को कहा. निर्देश न मानने पर पुलिस ने सभी को एक-एक कर तितर-बितर किया.
इंडिया गेट में विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं: पुलिस
दिल्ली पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक हटाया गया. पुलिस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार दिल्ली में किसी भी बड़े विरोध प्रदर्शन के लिए जंतर-मंतर को अधिकृत स्थल के रूप में निर्धारित किया गया है और इंडिया गेट पर किसी भी प्रकार की सभा की अनुमति नहीं है. अब तक 15 से 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है.
कपिल मिश्रा ने की पोस्ट
दिल्ली विकास मंत्री कपिल मिश्रा ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि “कल दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन को देखिए, प्रदूषण की आड़ में हाथों में पोस्टर, होठों पर लाल सलाम के नारे. सामाजिक कार्यकर्ताओं का भेष धारण करने वाले जिहादियों और नक्सलियों का नया चेहरा.” उनका ये बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.
स्वच्छ वायु के लिए दिल्ली समन्वय समिति का आरोप
यह प्रदर्शन स्वच्छ वायु के लिए दिल्ली समन्वय समिति द्वारा आयोजित किया गया था. समूह का आरोप है कि सरकार वायु प्रदूषण को कम करने के लिए केवल “कॉस्मेटिक उपाय” कर रही है, जैसे जल छिड़काव और क्लाउड सीडिंग.
अपने बयान में समिति ने कहा “जब राज्य स्वयं हवा को जहरीला बना देता है, तो लोगों का एकजुट होना और अपने अस्तित्व के लिए आवाज उठाना आवश्यक हो जाता है.” समिति ने बार-बार बिगड़ते AQI स्तर को सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बताया है.
दिल्ली सरकार पर आरोप
दिल्ली समन्वय समिति ने दावा किया कि रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार प्रदूषण संकट का समाधान करने में विफल रही है। बयान में आरोप लगाया गया कि खनन परियोजनाओं की मंजूरी, वन क्षेत्रों में अनुमति और संवेदनशील इलाकों में तेजी से इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण जैसी नीतियां प्रदूषण, विस्थापन और चरम जलवायु स्थितियों को तेज कर रही हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि जब नागरिक अपनी आवाज उठाते हैं, तो सरकार दमन का सहारा लेती है और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जाता है.
इस महीने दूसरा बड़ा विरोध प्रदर्शन
यह विरोध इस महीने दिल्ली में वायु प्रदूषण के खिलाफ हुआ दूसरा बड़ा प्रदर्शन था. 8 नवंबर को भी कार्यकर्ताओं, विपक्षी नेताओं (AAP, कांग्रेस) और नागरिकों ने इंडिया गेट की ओर मार्च करते हुए सरकार से प्रभावी नीति की मांग की थी, क्योंकि कई क्षेत्रों में AQI 400 से ऊपर पहुंच गया था.