पिछले तीन चुनावों से दिल्ली में रहा AAP का दबदबा, क्या इस बार लगाएगी 'चौका' या बीजेपी करेगी 'क्लीन बोल्ड'?
दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंक कर बताया कि 8 फरवरी को दिल्ली की जनता को पता चल जाएगा कि इस बार सरकार किस पार्टी की बनने जा रही है. फिलहाल, लगातार तीन बार से दिल्ली में AAP का दबदबा कायम है. इस बार उसकी नजर जीत का चौका लगाने पर होगी. वहीं, बीजेपी सत्ता का 26 साल का वनवास खत्म करना चाहेगी. पढ़ें, यह खास रिपोर्ट...;
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज गया है. चुनाव आयोग ने 5 फरवरी को चुनाव कराने का एलान किया है. मतगणना 8 फरवरी को होगी. मु्ख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच है. हालांकि, पिछले तीन चुनावों की बात करें तो AAP का दबदबा देखने को मिला है. इस बार AAP की नजर जीत का चौका लगाने पर होगी, जबकि बीजेपी की निगाहें 26 साल के वनवास को खत्म करने पर है.
अरविंद केजरीवाल AAP के राष्ट्रीय संयोजक हैं. वे तीन बार लगातार मुख्यमंत्री बने. पिछली दो बार से उन्होंने कांग्रेस का सफाया कर दिया है. जबकि बीजेपी भी 10 से कम सीटों पर सिमट कर रह गई है. आइए, पिछले तीन बार के विधानसभा चुनाव पर एक नजर डालते हैं...
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 मे बीजेपी ने 31, AAP ने 28 और कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वोट प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी को 33.07 फीसदी (26,04,100) वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 24.55 फीसदी (19,32,933) वोट मिले. वहीं, AAP को 29.49 फीसदी (23,22,330) वोट मिले. कुल 78 लाख 73 हजार 704 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इस चुनाव के बाद पहली बार केजरीवाल ने सीएम के रूप में शपथ ली. कुल 11 हजार 978 पोलिंग स्टेशनों पर मतदान हुआ था.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में AAP की सुनामी देखने को मिली. पार्टी ने 67 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी महज 3 सीटों पर सिमट गई. इस चुनाव में AAP को 54.34 फीसदी, जबकि बीजेपी को 32.19 फीसदी वोट मिले. कांग्रेस को 10 फीसदी से कम वोट मिले. इस चुनाव में 12177 पोलिंग स्टेशनों पर 89 लाख 34 हजार 321 मतदाताओं ने अपना मताधिकार का प्रयोग किया. इसमें 49 लाख 98 हजार 86 पुरुष (67.64 फीसदी), 39 लाख 36 हजार 69 महिलाएं (66.50 फीसदी) और 166 अन्य (19.26 फीसदी) शामिल हैं. कुल वोटिंग प्रतिशत 65.63 यानी करीब 66 फीसदी रहा.
ECI के मुताबिक, चुनाव के लिए कुल 1 करोड़ 33 लाख 9 हजार 78 मतदाता पंजीकृत थे. इसमें 73 लाख 89 हजार 89 पुरुष, 59 लाख 19 हजार 127 महिलाएं और 862 अन्य शामिल थे.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020
चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, 2020 में कुल 1 करोड़ 47 लाख 86 हजार 382 मतदाता पंजीकृत थे, जिनमें से 81 लाख 5 हजार 236 पुरुष, 66 लाख 80 हजार 277 महिलाएं और अन्य 869 थे. हालांकि, इनमें से 92 लाख 55 हजार 486 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इसमें 50 लाख 78 हजार 941 पुरुष, 41 लाख 76 हजार 210 महिलाएं और 335 अन्य शामिल हैं. कुल मतदान प्रतिशत 62.59 रहा, जिसमें 62.66 फीसदी पुरुष, 62.55 फीसदी महिलाएं और 38.55 फीसदी अन्य शामिल हैं.
चुनाव नतीजों की बात करें तो AAP ने 62 और बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस का खाता नहीं खुल पाया. दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं. इस चुनाव में कई वादे किए गए, जिनमें जन लोकपाल बिल, प्रदूषण मुक्त दिल्ली, 24 घंटे पानी, स्टूडेंट्स के लिए नि:शुल्क बस यात्रा, विश्व स्तरीय सड़कें, आवासा, ई-लाइब्रेरी, जल जीवन का संकल्प, नौकरियों और डीडीए फ्लैटों में पूर्व सैनिकों के लिए 5 फीसदी आरक्षण और होमी भाभा रिचर्स फंड बनाना शामिल थे.
चुनाव के लिए अधिसूचना 14 जनवरी को जारी की गई. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 21 जनवरी थी. नामांकन की जांच 22 जनवरी को हुई. उम्मीदवार 24 जनवरी तक अपना नाम वापस ले सकते थे. मतदान 8 फरवरी को हुआ, जबकि मतगणना 11 फरवरी को हुई. केजरीवाल ने तीसरी बार मु्ख्यमंत्री पद की शपथ ली. AAP को 53.67 फीसदी, जबकि बीजेपी को 38.51 फीसदी वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस को 4.26 फीसदी वोट मिले.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 है. इसमें से 83 लाख 49 हजार 645 पुरुष, 71 लाख 73 हजार 952 महिलाएं और अन्य 1261 हैं. वहीं, 18 से 19 साल के मतदाताओं की संख्या 2,08,302 है. विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है. दिल्ली की 70 सीटों में से 58 सामान्य और 12 एससी सीट हैं.