दिवाली से पहले जहरीली हुई दिल्ली-NCR की हवा, GRAP-2 लागू; कहां पर कितना पहुंचा AQI, पाबंदियां क्या-क्या? पढ़ें सबकुछ
दिवाली से पहले दिल्ली-NCR की हवा फिर से जहरीली हो गई है. प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सरकार ने GRAP-2 (Graded Response Action Plan) लागू कर दिया है. कई इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच चुका है, जिससे हालात गंभीर श्रेणी में हैं. इस चरण में डीजल जनरेटर, निर्माण कार्य और पुराने वाहनों पर पाबंदी लगाई गई है.;
दिल्ली-एनसीआर में दिवाली से पहले प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ने लगा है. रविवार शाम राजधानी की हवा 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गई, जिसके बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के दूसरे चरण को लागू करने का एलान किया. यह कदम तब उठाया गया जब दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शाम 7 बजे 302 दर्ज किया गया.
दिल्ली में सुबह से ही हवा की गुणवत्ता गिरती जा रही थी. आयोग के अनुसार, 'दिल्ली का AQI सुबह से बढ़ता रुझान दिखा रहा है, जो शाम 4 बजे 296 और 7 बजे 302 दर्ज किया गया. भारतीय मौसम विभाग (IMD) और IITM के पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है.'
दिल्ली की हवा फिर खतरनाक स्तर पर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, रविवार शाम 4 बजे तक दिल्ली का औसत AQI 296 रहा, जो 'खराब' श्रेणी में आता है. लेकिन कुछ इलाकों में हवा की स्थिति बेहद चिंताजनक रही. दिल्ली के 38 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 12 स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई.
सबसे ज्यादा प्रदूषण आनंद विहार में देखा गया, जहां AQI 430 पहुंचा. इसके बाद वजीरपुर (364), विवेक विहार (351), द्वारका (335) और आर.के.पुरम (323) सबसे प्रदूषित इलाके रहे. वहीं, सीरी फोर्ट, दिलशाद गार्डन और जहांगीरपुरी में AQI 318, पंजाबी बाग में 313, नेहरू नगर में 310, अशोक विहार में 305 और बवाना में 304 दर्ज किया गया.
GRAP का दूसरा चरण लागू- अब क्या होंगे नियम
CAQM, जो कि एक वैधानिक निकाय है, ने सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए GRAP के दूसरे चरण को लागू करने की घोषणा की है. इससे पहले GRAP का पहला चरण 14 अक्टूबर से लागू है. दूसरे चरण के तहत अब रोजाना सड़कों की मशीनों से सफाई और जल छिड़काव किया जाएगा. निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के कड़े निर्देश दिए गए हैं और डीजल जेनरेटर सेटों के इस्तेमाल को हतोत्साहित किया जाएगा.
साथ ही प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों को कम करने के लिए दिशा-निर्देश (Do’s & Don’ts) भी मीडिया के माध्यम से जारी किए जाएंगे. GRAP के दूसरे चरण में ट्रैफिक जाम से बचने के लिए ट्रैफिक कर्मियों की तैनाती बढ़ाई जाएगी, वहीं वाहन पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी की जाएगी ताकि लोग निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें.
दिल्ली मेट्रो और बस सेवाओं को भी अतिरिक्त फ्लीट जोड़कर और सेवा की आवृत्ति बढ़ाकर मजबूत किया जाएगा. CAQM ने स्पष्ट किया कि “इन कदमों का मकसद हवा में प्रदूषण के स्तर को और बढ़ने से रोकना है और आम नागरिकों को राहत देना है.”
दिवाली से पहले बढ़ी चिंता
हर साल की तरह इस साल भी दिवाली से पहले दिल्ली की हवा की स्थिति लगातार बिगड़ रही है. CAQM का यह निर्णय ऐसे समय आया है जब पूरे एनसीआर क्षेत्र में त्योहारों, पटाखों और सर्दी की दस्तक से हवा और अधिक स्थिर हो रही है, जिससे प्रदूषक तत्व वातावरण में फंस जाते हैं.