कौन था 1 करोड़ का इनामी Manoj alias Modem Balkrishna, जिसे CRPF ने एनकाउंटर में किया ढेर? 9 नक्सली और मारे गए

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में थाना मैनपुर इलाके के भालुदीगी हिल में सीआरपीएफ और सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 10 नक्सली ढेर कर दिए गए, जिनमें सीसी मेंबर मोडेम बालकृष्ण (Manoj alias Modem Balkrishna) भी शामिल थे. मोडेम बालकृष्ण नक्सली संगठन में जिम्मेदार पद पर था और कई हमलों में शामिल रहा था. इस कार्रवाई से नक्सली संगठन को इलाके में बड़ा झटका लगा है और सुरक्षा बलों को सफलता मिली है. इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है और अन्य नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.;

( Image Source:  ANI )
By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 11 Sept 2025 8:15 PM IST

Who was Manoj alias Modem Balkrishna: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है. भालुदीगी हिल, थाना मैनपुर इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 10 नक्सली ढेर कर दिए गए, जिनमें सीसी मेंबर मोडेम बालकृष्ण (Manoj alias Modem Balkrishna) भी शामिल था. यह कार्रवाई सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई. इसे नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान की बड़ी सफलता माना जा रहा है.

जानकारी के अनुसार, इलाके में सुरक्षा बलों को नक्सलियों की सक्रियता की खबर मिली थी. घात लगाकर हमला करने आए नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच जबरदस्त फायरिंग एक्सचेंज हुआ. मुठभेड़ में कुल 10 नक्सली मारे गए, जबकि सुरक्षा बलों को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.



कौन था मोडेम बालकृष्ण?

मोडेम बालकृष्ण नक्सली कमांडर था. वह संगठन में सीसी (कॉमिट्टी कमिटी) सदस्य के रूप में सक्रिय था. वह कई पूर्व हमलों, उग्र गतिविधियों और सुरक्षा बलों पर किए गए हमलों में शामिल रहा था. उसे संगठन के अंदर जिम्मेदारीपूर्ण पद दिया गया था, जिससे उसकी ढेर होने से संगठन की ताकत पर बड़ा झटका लगा है.

सर्च ऑपरेशन जारी

सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी रखा है. अन्य नक्सलियों की संभावित गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मोडेम बालकृष्ण की मौत से नक्सली गतिविधियों में कमी आने की संभावना है. यह गरियाबंद में नक्सलियों के खिलाफ अभियान की एक महत्वपूर्ण सफलता है.

अब तक कौन-कौन से टॉप नक्सली मारे गए?

छत्तीसगढ़ में हाल के वर्षों में कई प्रमुख नक्सली कमांडर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ों में मारे गए हैं, जो राज्य में नक्सल गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की बड़ी सफलताएँ हैं.

प्रमुख नक्सली कमांडर की हत्याएं

  1. शंकर राव (Shankar Rao) : अप्रैल 2024 में कांकेर जिले में हुई मुठभेड़ में शंकर राव, जो नक्सली संगठन का शीर्ष कमांडर था और ₹25 लाख का इनामी था, मारा गया. इस ऑपरेशन में कुल 29 नक्सली ढेर हुए थे.
  2. नमबाला केशव राव उर्फ़ बसवराजु (Nambala Keshav Rao alias Basavaraju) : मई 2025 में, छत्तीसगढ़ के dense जंगलों में हुई एक बड़ी मुठभेड़ में सीपीआई (माओवादी) के महासचिव नमबाला केशव राव उर्फ़ बसवराजु मारा गया. यह घटना नक्सलवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जाती है.
  3. सुधाकर उर्फ़ गौतम (Sudhakar alias Gautam) : जून 2025 में, बीजापुर जिले में हुई एक मुठभेड़ में सुधाकर उर्फ़ गौतम, जो नक्सली संगठन का केंद्रीय समिति सदस्य था, मारा गया. यह घटना नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की एक और महत्वपूर्ण सफलता थी.

इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ में नक्सल गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई लगातार प्रभावी हो रही है, जिससे नक्सलवाद के खिलाफ राज्य की स्थिति मजबूत हो रही है.

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