हिडमा नहीं तो अब कौन है नक्सलियों का नया मसीहा? सुरक्षाबलों के एनकाउंटर से घबराए नक्सली

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों के लगातार हो रहे एनकाउंटर को देखते हुए नक्सली संगठन ने हिडमा से बड़ी जिम्मेदारी वापस ले ली है. नक्सली संगठन के इस फैसले के बाद हिडमा को सेंट्रल कमेटी से हिडमा को बाहर कर दिया है.;

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Edited By :  सार्थक अरोड़ा
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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों ने कई आतंकी एनकाउंटर को अंजाम दिया है. जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों ने कई नक्सलियों को मार गिराया है. बता दें कि सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ उन क्षेत्रों में हुई जहां पर हिडमा का प्रभुत्व था. कहा जाता है कि ये वही इलाका है जहां सुरक्षाबल यहां पहुंचकर खतरे से खाली बाहर नहीं आ सकते थे. लेकिन अब सुरक्षाबलों ने इन क्षेत्रों में घुसकर नक्सलियों को ढेर किया है.

वहीं इन एनकाउंटर के कारण ही हिडमा संगठन का दबदबा खत्म होता जा रहा है.

लगातार हो रहा नक्सलियों का एनकाउंटर

दरअसल सुरक्षाबलों के लगातार एनकाउंटर के कारण नक्सलियों में मारे जाने का खतरा बढ़ता जा रहा है. वहीं इसी क्रम में हिडमा के दबदबे को खत्म होते हुए देख हिडमा को महत्वपूर्ण परिवर्तन करते हुए उसे उसके पद से हटा दिया है. वहीं अब उनकी जगह पतिराम मांझी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. पतिराम मांझी पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया गया है.

इस फैसले के बाद उसके स्थान को बदल दिया गया है. ऐसा इसलिए नक्सली नहीं चाहते कि हिडमा अभी बाहर आए इसलिए किसी गुप्त जगह पर उसे भेज दिया गया है. लगातार हो रहे नुकसान से माओवाद संगठन हिड़मा को लेकर चिंतित है. बस्तर में सुरक्षा बल 2026 नक्सल खात्मे को लेकर आगे बढ़ रही है.

अब तक इतने गिरफ्तार

वहीं छत्तीसगढ़ के प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 8 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. ये वहीं नक्सली हैं जिनपर 36 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. सुरक्षाबलों ने 14 माओवादियों को भी गिरफ्तार किया है. इस संबंध में शुक्रवार को जानकारी सामने आई है. जानकारियों के अनुसार नड़पल्ली और मल्लेमपेंटा गांव के जंगलों से ये गिरफ्तारी की गई है. अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने माओवादी अभियान के तहत डीआरजी और केंद्रीय सुरक्षा बल (CRPF) के संयुक्त दल को गश्त में टेकमेटला, नड़पल्ली और मल्लेमपेंटा गांव की ओर रवाना किया गया था.

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