फर्श के नीचे सांपों का बसेरा! 35 नाग देखकर कांपे गांववाले, परिवार ने छोड़ा घर
सांप से भला किसे डर नहीं लगता है? एक अकेला सांप ही लोगों के दिलों की धड़कनें बढ़ाने के लिए काफी होता है, लेकिन क्या हो जब किसी घर से 35 सांप निकलें? कुछ ऐसा ही खौफनाक मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सामने आया है.;
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सटे आरंग ब्लॉक के देवरी गांव में रहने वाले इंद्रकुमार साहू के लिए बीते कुछ दिन किसी बुरे सपने से कम नहीं रहे. रोज़मर्रा की तरह उनका जीवन शांत चल रहा था, लेकिन एक सुबह उन्हें घर के भीतर दो छोटे सांप दिखे. उन्होंने बिना घबराए उन्हें बाहर निकाल दिया, यह सोचकर कि ये बारिश के मौसम में अक्सर घर में घुस आने वाले सामान्य जीव हैं.
लेकिन अगली ही सुबह जब फिर से सांप दिखे, तो कुछ असामान्य लगने लगा. इंद्रकुमार ने गांव वालों को बुलाया और पूरे घर की जांच शुरू कराई. तभी इस रहस्य से परदा उठा. उनके घर से 35 सांप निकले. इसके कारण परिवार ने घर छोड़ दिया है.
टाइल्स के नीचे सांपों का बसेरा
गांव से सांप के जानकार को बुलाया गया, जिसने इंद्रकुमार के घर की गहन जांच शुरू की. जैसे ही उसने फर्श की टाइल्स को ठोक-ठोककर परखा, एक जगह से अजीब सी खोखली आवाज सुनाई दी. शक होने पर जब उस हिस्से की टाइल्स हटाई गईं, तो जो दृश्य सामने आया, उसने सभी को हैरानी और डरा दिया. टाइल्स के नीचे सांपों का एक पूरा जाल बसा हुआ था. एक छिपा हुआ बिलनुमा संसार. दो कमरों के नीचे खुदे गड्ढों में नाग-नागिन का जोड़ा और कई छोटे सांप रह रहे थे. ऐसा लग रहा था जैसे यह घर अब इंसानों की नहीं, बल्कि सर्पों की बस्ती बन गया हो.
रेस्क्यू मिशन
इंद्रकुमार ने तुरंत डायल 112 पर कॉल कर पुलिस और वन विभाग को सूचना दी. इसके बाद आरंग पुलिस और वन विभाग की टीम कुछ ही समय में मौके पर पहुंच गई. इसके बाद शुरू हुआ सांपों को पकड़ने का चुनौतीपूर्ण अभियान, जो करीब दो घंटे तक चला. टीम ने पूरी सावधानी और सतर्कता के साथ एक-एक कर सभी 35 सांपों को सुरक्षित तरीके से पकड़ा. सौभाग्य से इस पूरी प्रक्रिया में न तो किसी को कोई चोट आई और न ही सांप ने किसी को काटा. यही सबसे बड़ी राहत की बात रही. सभी सांपों को पकड़कर बाद में जंगल में छोड़ दिया गया.
गांव में दहशत, परिवार ने छोड़ा घर
इस भयावह घटना के बाद इंद्रकुमार साहू का परिवार ही नहीं, पूरा देवरी गांव गहरे डर के साये में जी रहा है. लोगों के दिलों में यह आशंका बैठ गई है कि कहीं उनके घरों में भी ऐसा ही कुछ न छिपा हो. नतीजा गांव के कई परिवार अब अपने घरों की टाइल्स हटवाकर और नींव की खुदाई करवाकर जांच करा रहे हैं. इंद्रकुमार साहू और उनका परिवार तो इस कदर भयभीत हो गया है कि उन्होंने अस्थायी रूप से अपना घर छोड़ दिया है और फिलहाल रिश्तेदारों के यहां रह रहे हैं.