शराब के नशे में टल्ली होकर स्कूल पहुंचे गुरुजी, फिर क्लास के बाहर ही सो गए
छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार एक स्कूल में दो शिक्षक नशे में धुत्त पहुंचे और स्कूल में आकर सो गए. किसी ने सोते हुए शिक्षकों की तस्वीर खींच ली उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया जो इस समय तेजी से वायरल हो रही है. विभाग का कहना है कि वो जल्द से जल्द इस मामले पर एक्शन लेंगे.;
कहते हैं कि स्कूल में बच्चे जो पढ़ते हैं, वहीं सीखते हैं और उसे ही अपनी जिंदगी में अमल करते हैं. छत्तीसगढ़ में कुछ शिक्षकों ने इस व्यवस्था को धूमिल कर दिया है. जिसके कारण शिक्षकों पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. मामला गरियाबंद जिले का है. जहां भौदी प्राथमिक आश्रम शाला और मिडल स्कूल में गुरुवार को शिक्षकों की बड़ी लापरवाही देखने मिली.
दरअसल रोज की तरह शिक्षक स्कूल तो आता था लेकिन पढ़ाथा नहीं था. कारण शिक्षक नशे में धुत्त होते थे और बच्चों को पढ़ाना तो छोड़ नशे में क्लासरूम में ही उन्हें सोते हुए पाया गया. किसी ने सोते हुए शिक्षकों की तस्वीर खींच ली जो इस समय तेजी से वायरल हो रही है. कहा जा रहा है कि अब ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है.
बहुत सुस्ताए टीचर अब होगी कार्रवाई
जानकारी के अनुसार इस स्कूल में दो शिक्षक नशे की हालत में पाए गए. इतना ही नहीं इस हालत में वह क्लास रूम के बाहर ही सो गए. शिक्षकों की पहचान नेताम और भागवत ध्रूव के रूप में हुई है. दरअसल इनके खिलाफ शिकायत मिली थी. जिसके बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ने मामले की जांच शुरू कर कार्रवाई की. वहीं जब अधिकारी ने दोनों को इस हालत में पकड़ा तो जिला अस्पताल में टेस्ट के लिए भेजा. इस एमएलसी टेस्ट की रिपोर्ट जारी की गई. जिसमें पुष्टी की गई कि दोनों उस दौरान शराब के नशे में धुत्त थे. अधिकारी का कहना है कि जल्द ही विभाग इनके खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी कर रहा है.
लोगों में दिखी नाराजगी
अब क्योंकी मामला सोशल मीडिया समेत इलाके में भी तेजी से फैल चुका है. लोगों को शिक्षक की इस करतूत की जानकारी मिली तो काफी गुस्सा हुए. बच्चों के माता-पिता का कहना है कि स्कूल एक पढ़ाई का केंद्र है. जहां बच्चे शिक्षा पाने जाते है. लेकिन ऐसी घटनाएं शिक्षकों की छवि पर भी दाग लगाती है. अभिभावकों की भी इस मामले पर सख्त कार्रवाई की मांग है. उनका कहना है कि अगर अब कार्रवाई होगी तो भविष्य में भी इस तरह की घटनाएं नहीं होंगी. हालांकि विभाग की ओर से ये साफ किया गया कि वह जल्द ही कार्रवाई करेंगे. साथ ही संबंधित अधिकारियों को ऐसी घटनाएं रोकने के लिए उचित दिशा निर्देश भी दिए जा चुके हैं.