छत्तीसगढ़ में ऐप के जरिए चल रहा था सेक्स रैकेट, एक्सीडेंट कर बवाल काटने वाली Russian लड़की का भी जुड़ा नाम
छत्तीसगढ़ में हाल ही में नशे की हालत में एक महिला का वीडियो वायरल हुआ था. आरोप था कि महिला ने नशे की हालत में तीन युवकों को कार से उड़ा दिया था. हालांकि अब महिला की पहचान उजागर हुई है. वीडियो जैसे ही वायरल हुआ तो लोगों ने महिला को रूस का बताना शुरू कर दिया. लेकिन जांच में खुलासा हुआ कि महिला रूस की नहीं बल्कि उज्बेकिस्तान की है.;
कुछ समय पहले छत्तीसगढ़ से एक मामला सामने आया था. जहां एक विदेशी महिला ने अपनी कार से स्कूटी सवार तीन युवक को टक्कर मार दी थी. इस मामले में एक पीड़ित युवक की मौत हो गई थी. मामला सोशल मीडिया पर भी आया था और तेजी से वायरल भी हुआ. वहीं पुलिस इस मामले पर लगातार जांच कर रही थी. इसी दौरान बड़ा सुराग अधिकारियों के हाथ लगा है.
पुलिस ने इस मामले में विदेशी महिला समेत कार में सवार वकील को गिरफ्तार कर लिया था. शुरुआती पूछताछ में दोनों ने पुलिस को खूब घुमाया और सच नहीं पता लगने दिया. लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की गई तो खुलासा हुआ कि आखिर महिला भारत किस काम से आई थी. वकील से उसकी पहचान कैसे हुई. यहां तक की दोनों के बीच क्या रिश्ता है.
अलग-अलग शहरों से हुई गिरफ्तारी
रायपुर पुलिस ने देह व्यापार करने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. जांच पड़ताल हुई तो दो महिला और 17 दलालों को भी अलग-अलग शहर से गिरफ्तार कर लिया गया है. इस रैकेट का मास्टरमाइंड भी पकड़ा गया. पुलिस ने उसे पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया. अधिकारियों का कहना है कि ये रैकेट एक ऐप पर कई लड़कियों की फोटो भेजता है. फिर जो लोग इनकी मांग करते हैं उनकी मांग को पूरा करने के लिए अलग-अलग राज्यों से लड़कियों को बुलाया जाता है. वायरल हो रही विदेशी महिला भी इसी जरिए भारत आई थी.
भारत की नहीं महिला
जानकारी के अनुसार वायरल महिला उज्बेकिस्तान से भारत में आई थी. मुंबई से उसे रायपुर लाया गया था. रायपुर लाने वाला और कोई नहीं इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड कुमार राय था. जिसने उसे भारत बुलाया था. जब वीडियो वायरल हुई तो लोगों ने महिला को रशियन बताना शुरू कर दिया था. लेकिन महिला रूस नहीं बल्कि उज्बेकिस्तान की रहने वाली है.
क्योंकी पुलिस ने महिला और वकील दोनों को गिरफ्तार किया था तो दोनों का रिश्ता क्या है इस पर कोई सफाई नहीं दे रहे थे. लेकिन अब ये मामला सामने सख्ती से पूछताछ में भावेश आचार्य ने भी ये माना कि जुगल से ही उसने बातचीत करके विदेश से महिला को बुलाया था. इसके लिए उसने 27 हजार रुपये भी दिए थे. आरोपियों के कॉल डिटेल खंगालने पर लोकेंटो एप के जरिए विभिन्न देशों, राज्यों की युवतियों की फोटो कई व्हाट्सएप ग्रुप में मिले.