बहाली के बदले बकरे के साथ मांगी 50 हजार रुपए की रिश्वत, एसीबी ने बाबू को पकड़ा रंगे हाथ
अभी भी रिश्वत लेने के मामले कम नहीं हो रहे हैं. छत्तीसगढ़ से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिससे बाबू को एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ा. बाबू की यह गिरफ्तार करप्शन के खिलाफ सख्त मैसेज देती है.;
छत्तीसगढ़ से एक रिश्वत का मामला सामने आया है, जिसमें एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है. ब्रांच ने भ्रष्टाचार में लिप्त बाबू को रंगे हाथ पकड़ा है. दरअसरल महासमुंद तहसील के पिथौरा कार्यालय में कानूनगो शाखा में सहायक ग्रेड-2 के रूप में बाबू माईकल पीटर को तैनात किया गया था.
माईकल पर यह आरोप है कि उन्होंने निलंबित कोटवार को नौकरी पर रखने के बदले 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी. इतना ही नहीं, बाबू ने इसके साथ बकरा भी देने को कहा.
कोटवार की बहाली का है मामला
राजू चौहान ग्राम आरबी चीफ मेन का कोटवार है. उन्होंने एसीबी को शिकायत करते हुए कहा कि कुछ समय पहले उन्हें निलंबित कर दिया था. ऐसे में जब उन्होंने अपनी बहाली के लिए आवेदन दिया, तो माइकल पीटर ने उनसे इस मामले में रिश्वत के तौर पर 50 हजार रुपये और बकरे की मांग की.
एसीबी को की शिकायत
राजू चौहान ने रिश्वत नहीं दी. बल्कि माइकल को रंगे हाथों पकड़वाने का फैसला लिया. इसके बाद एसीबी ने शिकायत पर एक्शन लिया. जहां ऑफिसर ने माईकल पीटर को 25 हजार रूपये के साथ-साथ बकरा लेते हुए गिरफ्तार किया.
बेटे की शादी के लिए मांगा बकरा
बता दें कि बाबू माईकल पीटर की 28 दिसंबर के दिन बेटे की शादी है. इसके कारण उसने शादी की पार्टी के लिए बकरे की मांग की थी. इतना ही नहीं, बाबू ने चार और बकरे ढूंढने के लिए भी कहा था. यह मांग पूरी न करने पर बहाली रोकने की भी धमकी दी गई थी.
बाबू के खिलाफ कार्रवाई जारी
इस मामले में बाबू माईकल पर भारतीय दंड संहिता की धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है. इस गिरफ्तारी से रिश्व लेने वाले अन्य लोग सावधान हो जाएंगे, क्योंकि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त मैसेज है. इतना ही नहीं, इस मामले में गिरफ्तारी यह बताती है कि सरकारी कर्मचारी अपने काम के प्रति जिम्मेदार हैं.