जाओ पुलिस से बात करो... एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों के परिजन की शवों को सौंपने की मांग, आंध्र प्रदेश HC ने दिया आदेश
Andhra Pradesh HC: छत्तीसगढ़ एनकाउंटर में मारे गए बसराजू और और सज्जा वेंकट नागेश्वर राव उर्फ राजन्ना के परिजन ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर की. कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए पुलिस को पोस्टमार्म के बाद मृतकों के शवों को उनके परिजनों को सौंपने का आदेश दिया.;
Andhra Pradesh HC: छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलियों के खात्मे के लिए लगातार अभियान चला रही है. इसी दिशा में बुधवार 21 मई को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सलियों का लीडर नंबाला केशव राव उर्फ बसराजू मारा गया. अब शनिवार (24 मई) को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने मामले पर सुनवाई की.
हाईकोर्ट में बसराजू और और सज्जा वेंकट नागेश्वर राव उर्फ राजन्ना के परिजन ने एक याचिका दायर की थी, जिसमें उनके परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए शवों की मांग की थी. कोर्ट ने याचिका रद्द करते हुए कहा कि पोस्टमार्टम के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस मृतकों के शवों को सौंप देगी.
पुलिस को दिए निर्देश
इस मामले की सुनवाई जस्टिस एन. हरिनाथ औरजस्टिस वाई. लक्ष्मण राव की बेंच ने की. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर ने अदालत को बताया कि पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शनिवार शाम तक पूरी हो जाएगी और उसके बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
परिजनों ने लगाया आरोप
याचिकाओं में बसराजू और राजन्ना के परिजन ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश पुलिस ने शवों के लिए संपर्क करने पर परिजनों को धमकाया और सहयोग से इनकार किया. जब वे जगदलपुर में शव लेने गए, तो पुलिस ने उन्हें वापस भेज दिया और आंध्र प्रदेश पुलिस ने भी सहयोग नहीं किया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने परिजनों को घर में नजरबंद कर दिया है.
न्यायालय की टिप्पणी
अदालत ने याचिकाओं की सुनवाई करते हुए कहा कि वह क्षेत्रीय अधिकारिता के मुद्दे में नहीं जाना चाहती. पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा. कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को छत्तीसगढ़ पुलिस से संपर्क करने की स्वतंत्रता दी और मामले को रद्द कर दिया. अब परिजनों को शवों के अंतिम संस्कार की अनुमति मिल गई है, जिससे उन्हें कुछ राहत मिली है.
मुठभेड़ में 30 नक्सली ढेर
बुधवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई. जिसमें सुरक्षा बलों ने 30 नक्सली मारे गए. इसकी पुष्टि गृह मंत्रालय की ओर से की गई. हालांकि इस ऑपरेशन में एक सुरक्षाकर्मी के शहीद होने की भी जानकारी सामने आई. वहीं घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. प्रदेश में अभी भी नक्सली विरोधी अभियान लगातार चलाया जा रहा है.