'आप दिल्ली में बैठकर बिहारी लोगों का मजाक उड़ाते हैं और...', PK ने राहुल गांधी, तेजस्वी और पीएम मोदी सबको 'लपेटा'
प्रशांत किशोर ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है. उन्होंने राहुल गांधी पर बिहारी अपमान, पीएम मोदी पर ‘राशनवाद’, नीतीश कुमार पर शिक्षा बदहाली और तेजस्वी यादव को वंशवाद का प्रतीक बताते हुए हमला बोला. PK का दावा है कि जनता अब बदलाव चाहती है और वो ‘जन सुराज’ के जरिए एक नया विकल्प बनकर उभर रहे हैं.;
बिहार की राजनीति इन दिनों सिर्फ चुनावी तैयारियों की वजह से नहीं, बल्कि प्रशांत किशोर की तीखी और बेबाक टिप्पणियों की वजह से भी सुर्खियों में है. वह अब न सिर्फ रणनीतिकार की भूमिका में हैं, बल्कि सत्ता के हर चेहरे को खुली चुनौती दे रहे हैं - चाहे वो राहुल गांधी हों, नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार या तेजस्वी यादव.
प्रशांत किशोर ने एक के बाद एक सभी प्रमुख नेताओं पर सीधा हमला बोला है - राहुल गांधी पर ‘बिहारी अपमान’ का आरोप, पीएम मोदी पर ‘4 किलो राशन’ की राजनीति का तंज, नीतीश कुमार पर शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का कटाक्ष और तेजस्वी यादव को सिर्फ "लालू का बेटा" कहकर चुनौती दी.
इतना ही नहीं, उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और इज़रायल-ईरान संघर्षविराम पर भी सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाए. PK अब ‘जन सुराज’ के नाम पर एक वैकल्पिक बिहार का खाका खींच रहे हैं, जो सत्ता की बुनियाद हिला सकता है.
दिल्ली से भाषण, बिहारियों का अपमान: राहुल गांधी पर हमला
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “आप दिल्ली में बैठते हैं, टीवी स्टूडियो में बिहारियों का मजाक उड़ाते हैं और फिर यहां आकर भाषण देते हैं, जैसे हम कुछ नहीं जानते.” उनके इस बयान ने साफ कर दिया कि PK, अब ‘दिल्ली बनाम बिहार’ की भावना को चुनावी बहस का केंद्रीय मुद्दा बनाना चाहते हैं.
'4 किलो अनाज नहीं, आत्मसम्मान चाहिए'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्याणकारी योजनाओं पर सवाल उठाते हुए किशोर बोले, “आज के माहौल में एक खतरनाक सोच बनाई जा रही है कि एक बिहारी को बस 4 किलो राशन दे दो, वो खुश रहेगा. ये सोच बिहार के युवाओं का अपमान है.” उन्होंने कहा कि यह सोच बिहार के लोगों की आकांक्षाओं को कुचल रही है और इसे अब बदलना होगा.
'नीतीश राज में शिक्षा लालू युग से भी बदतर'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी किशोर ने नहीं बख्शा. उन्होंने कहा कि “आज बिहार में शिक्षा की हालत लालू यादव के जमाने से भी ज्यादा खराब है. स्कूलों की हालत बदतर है, शिक्षक नदारद हैं और पढ़ाई सिर्फ दिखावा बनकर रह गई है.”
'तेजस्वी सिर्फ लालू के बेटे हैं, काबिल नेता नहीं'
तेजस्वी यादव को भी निशाने पर लेते हुए PK ने कहा, “वो कुर्सी पर सिर्फ इसलिए हैं क्योंकि वो लालू यादव के बेटे हैं. खुद की कोई राजनीतिक पहचान नहीं बनाई है.” उनके इस बयान ने राजद खेमे में हलचल मचना तय है, जहां तेजस्वी को विपक्ष का चेहरा मानकर चुनावी रणनीति बनाई जा रही थी.
'ऑपरेशन सिंदूर का सीज़फायर BJP के लिए नुकसानदायक'
हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद ईरान-इज़रायल युद्धविराम पर भी किशोर ने टिप्पणी करते हुए कहा, “जिस तरह से यह सीज़फायर हुआ, उसका सियासी नुकसान भारतीय जनता पार्टी को उठाना पड़ेगा.” उन्होंने इशारा किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों का चुनावी लाभ लेने की कोशिश अब उलटी पड़ सकती है.
PK का मिशन 2025 - बिहार को जगाने का अभियान
प्रशांत किशोर की ये तल्ख टिप्पणियां सिर्फ बयानबाज़ी नहीं, बल्कि उनकी रणनीति का हिस्सा लगती हैं जिसमें वह खुद को बिहार का असली हितैषी साबित करने में जुटे हैं. अब सवाल है कि क्या PK की यह ‘बग़ावत’ 2025 के चुनाव में सत्ता की बुनियाद हिला पाएगी या यह सिर्फ सियासी बयानबाज़ी बनकर रह जाएगी?