बिहार की मतदाता सूची में क्या कर रहे हैं UP के पांच हजार से अधिक वोटर? विपक्ष ने लगाए ये आरोप- शुरू हुआ नया विवाद

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नया विवाद खड़ा हो गया है. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि मतदाता सूची में यूपी के करीब पांच हजार से ज्यादा वोटर शामिल कर दिए गए हैं. विपक्ष का कहना है कि यह चुनावी धांधली की साजिश है और इससे नतीजों पर असर डाला जा सकता है. चुनाव आयोग से इस मामले की शिकायत भी की गई है.;

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By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 27 Aug 2025 11:48 AM IST

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गरमा गई है. INDIA गठबंधन ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के 5,000 से ज्यादा वोटरों के नाम बिहार की मतदाता सूची में जोड़ दिए गए हैं. गठबंधन का कहना है कि यह कदम सत्तारूढ़ एनडीए को फायदा पहुंचाने के लिए उठाया गया है.

फुलपरास (मधुबनी) में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला और राजद सांसद मनोज कुमार झा ने आरोप लगाया कि संदेहास्पद वोटरों को पश्चिम चंपारण जिले की वाल्मीकिनगर विधानसभा सीट पर पंजीकृत किया गया है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुशीनगर (यूपी) के खड्डा विधानसभा क्षेत्र के एक 45 वर्षीय मतदाता का नाम बिहार की मतदाता सूची में शामिल मिला.

चुनाव आयोग ने कहा- आरोप 'काल्पनिक'

चुनाव आयोग ने INDIA गठबंधन के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया. आयोग ने इसे 'बिना सबूत का काल्पनिक आंकड़ा” बताया. पश्चिम चंपारण जिला प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा कि 1 अगस्त को जो सूची प्रकाशित हुई है, वह अंतिम मतदाता सूची नहीं, बल्कि ड्राफ्ट रोल है. इसका मकसद ही यही है कि लोग आपत्ति और सुझाव दर्ज कर सकें.

नदी बदलने से पते बदलते हैं- प्रशासन

प्रशासन ने स्पष्ट किया कि वाल्मीकिनगर क्षेत्र में नदियों का रुख अक्सर बदलता रहता है, जिसके चलते कई बार लोग अपना पता बदलने को मजबूर होते हैं. ऐसे हालात में मतदाता सूची में दोहरी प्रविष्टियां हो जाती हैं. बयान में कहा गया कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का उद्देश्य ही ऐसे डुप्लीकेशन को हटाना है.

उदाहरण का भी दिया स्पष्टीकरण

सुरजेवाला और झा द्वारा उठाए गए खड्डा क्षेत्र के मतदाता छेदी राम के मामले पर भी प्रशासन ने सफाई दी. प्रशासन ने कहाछेदी राम का नाम ड्राफ्ट सूची में जरूर आया था, लेकिन उन्होंने पहले ही अपना नाम यूपी की सूची से हटाने के लिए आवेदन कर दिया है.

सियासी माहौल गरमाया

INDIA गठबंधन जहां इसे एनडीए के पक्ष में 'मतदाता धांधली' बता रहा है, वहीं चुनाव आयोग और प्रशासन ने इसे महज एक ड्राफ्ट प्रक्रिया करार दिया है. ऐसे में आगामी दिनों में इस मुद्दे पर बिहार की राजनीति और गरमा सकती है.

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