अनंत सिंह ने ही गोली चलाई... दुलारचंद यादव के पोते नीरज का खुलासा, छोटे सरकार समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज

बिहार की मोकामा विधानसभा सीट से जेडीयू नेता और बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह पर दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप लगा है. पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान पर एफआईआर दर्ज कर ली है. इस घटना ने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया है. अनंत सिंह ने खुद पर लगे आरोपों को साजिश बताया है.;

( Image Source:  ANI & awesh29 )
Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 31 Oct 2025 10:51 AM IST

बिहार की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है. मोकामा सीट से बाहुबली छवि वाले पूर्व विधायक अनंत सिंह का नाम फिर सुर्खियों में है. इस बार वजह है जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या. जिस मोकामा में अनंत सिंह कभी जनता के "रॉबिनहुड" माने जाते थे, वहीं अब उन्हीं पर हत्या का आरोप लगने से सियासी हलचल तेज हो गई है.

दुलारचंद यादव, जो जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में प्रचार कर रहे थे, गोलीबारी में मारे गए. परिवार ने अनंत सिंह और उनके दो भतीजों रणवीर व कर्मवीर सिंह समेत पांच लोगों पर जानलेवा हमला और हत्या का आरोप लगाया है. इस घटनाक्रम ने चुनावी बिहार में नया तूफान खड़ा कर दिया है.

मोकामा में फिर गूंजा गोलियों का शोर

शुक्रवार की शाम मोकामा के ग्रामीण इलाकों में अचानक गोलियों की आवाज गूंज उठी. बताया जा रहा है कि जब दुलारचंद यादव अपने समर्थकों के साथ लौट रहे थे, तभी रास्ते में घात लगाकर हमला किया गया. गोली लगने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.

पहले गोली मारी, फिर गाड़ी चढ़ाई गई

मृतक के परिजनों ने पुलिस को दिए बयान में गंभीर आरोप लगाए हैं कि पहले गोली मारी गई और फिर गाड़ी चढ़ाकर दुलारचंद की हत्या की गई. उनका दावा है कि हमला अनंत सिंह के लोगों ने योजना बनाकर किया. पुलिस ने मृतक के पोते नीरज के बयान पर एफआईआर दर्ज कर ली है.

अनंत सिंह ने चलाई गोली

दुलारचंद के पोते नीरज यादव ने भावुक बयान देते हुए कहा, “जब दादा जी को गोली लगी, उन्होंने मुझे कहा- नीरज भाग जा. उनकी आखिरी इच्छा भी मुझे बचाने की थी.” नीरज का दावा है कि अनंत सिंह के भतीजों कर्मवीर और राजवीर उसके दादा को लेकर अनंत सिंह के पास गया और अनंत सिंह ने गोली चलाई.

अनंत सिंह ने भी दर्ज कराई एफआईआर

घटना के बाद अनंत सिंह की ओर से भी पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है. उनका कहना है कि उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं और हमला उनके समर्थकों पर हुआ था. दोनों पक्षों के आवेदन के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

पुलिस की जांच और राजनीतिक दबाव

मोकामा थाना क्षेत्र में पुलिस ने कई टीमों का गठन किया है. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है. प्रशासन का कहना है कि राजनीतिक दबाव से मुक्त होकर निष्पक्ष जांच की जाएगी.

बिहार की राजनीति का विवादित नाम

अनंत सिंह बिहार की राजनीति में किसी परिचय के मोहताज नहीं. जेल, गोलीकांड और सत्ता की गलियों में उनका नाम हमेशा चर्चा में रहा है. जेडीयू के टिकट पर विधायक रहे अनंत सिंह को लोग “छोटे सरकार” कहकर पुकारते हैं, लेकिन उनके खिलाफ कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं.

चुनावी मौसम में बढ़ा सियासी तापमान

मोकामा में यह घटना ऐसे वक्त पर हुई है जब बिहार में चुनावी तैयारी जोर पकड़ रही है. जन सुराज पार्टी ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है, वहीं जेडीयू इसे राजनीतिक साजिश कह रही है. विपक्ष ने सरकार पर कार्रवाई में देरी का आरोप लगाया है.

लोगों में दहशत

मोकामा के लोग अब भी दहशत में हैं. गांवों में चर्चा है कि यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि सत्ता संघर्ष का प्रतिबिंब है. लोगों का कहना है कि जो नेता कभी गरीबों का हमदर्द माना जाता था, वही अब कानून के कठघरे में खड़ा है. अनंत सिंह पर लगे ताज़ा आरोपों ने न सिर्फ मोकामा बल्कि पूरे बिहार की राजनीति को हिला दिया है. आने वाले दिनों में यह मामला चुनावी समीकरणों को बदल सकता है.

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