सफर हुआ जानलेवा! कटिहार में यात्रियों से भरी नाव गंगा नदी में पलटी; तीन की मौत व कई लापता
नाव पर करीब 18 लोग सवार थे. यह नाव रविवार सुबह करीब 8:30 बजे कटिहार के गोलाघाट से झारखंड के सकरी गली के लिए निकली थी. गंगा नदी की तेज धारा में नाव पलट गई, जिससे 8 लोगों ने तैरकर अपनी जान बचाई. बाकी 10 लोग जिनमें एक बच्चा भी शामिल था, नदी में लापता हो गए.;
बिहार के कटिहार जिले में एक बड़ा नाव हादसा हो गया है. जानकारी के अनुसार, गंगा नदी में एक डेंगी नाव पलटने से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है. हादसे के बाद चार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं.
ग्रामीणों के अनुसार, नाव पर करीब 18 लोग सवार थे. यह नाव रविवार सुबह करीब 8:30 बजे कटिहार के गोलाघाट से झारखंड के सकरी गली के लिए निकली थी. गंगा नदी की तेज धारा में नाव पलट गई, जिससे 8 लोगों ने तैरकर अपनी जान बचाई. बाकी 10 लोग जिनमें एक बच्चा भी शामिल था, नदी में लापता हो गए. स्थानीय गोताखोरों की मदद से अब तक तीन शव बरामद किए गए हैं, जबकि सात लोगों की तलाश जारी है.
घायलों का इलाज जारी
हादसे में चार घायलों का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है. घटना की सूचना मिलते ही बीडीओ दुर्गेश कुमार, सीओ स्नेहा कुमारी और थानाध्यक्ष कुंदन कुमार मौके पर पहुंचे और लापता लोगों की तलाश में जुट गए हैं.
झारखंड जा रहे थे लोग
थानाध्यक्ष के अनुसार, ये सभी लोग एक छोटी नाव में सवार होकर पड़ोसी राज्य झारखंड के साहिबगंज जिले के बासकोल में अपने रिश्तेदारों के पास जा रहे थे. नाव में कुल 18 लोग मौजूद थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे, जिसके कारण उसका संतुलन बिगड़ गया. प्रशासन इस घटना की जांच कर रहा है. इस घटना ने नावों की सुरक्षा और अधिक भार उठाने से जुड़ी गंभीर समस्याओं पर सवाल उठाए हैं.
नाव चलाने को लेकर क्या है नियम?
बिहार सरकार ने नदियों में अवैध बालू खनन और नौका दुर्घटनाओं पर नियंत्रण लगाने के लिए नावों के लिए नई नियमावली तैयार करने का निर्णय लिया है. इस नियमावली के तहत, नाव मालिकों को नाव का पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा, अन्यथा उन पर जुर्माना लगाया जाएगा. इसके अलावा, नावों पर उनकी भार क्षमता का विवरण प्रदर्शित करना भी जरूरी होगा, और शाम 5:30 बजे के बाद नावों के संचालन पर प्रतिबंध लागू होगा.