पूर्व IPS अधिकारी और राम मंदिर ट्रस्टी, पढ़िए किशोर कुणाल के बारे में...

Who was Acharya Kishore Kunal: रविवार को पटना में कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया. ऐसा कहा जा रहा है कि उनके निधन की खबर ने बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश के सनातन समाज को शोक में डाल दिया है. आज उनके निधन के मौके पर कुछ एक नजर डालते हैं आचार्य किशोर कुणाल के बारे में...;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 29 Dec 2024 12:04 PM IST

Who was Acharya Kishore Kunal: आचार्य किशोर कुणाल, जो एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और महावीर मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक थे, रविवार को पटना में कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया. ऐसा कहा जा रहा है कि उनके निधन की खबर ने बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश के सनातन समाज को शोक में डाल दिया है. बताते चले तो उन्होंने आईपीएस से त्याग-पत्र देकर समाज-सेवा के कार्यो को शुरू किया था. आज उनके निधन के मौके पर कुछ एक नजर डालते हैं आचार्य किशोर कुणाल के बारे में...

कौन थे किशोर कुणाल?

किशोर कुणाल एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी थे और अयोध्या मंदिर ट्रस्ट के संस्थापकों में से एक थे. किशोर कुणाल का जन्म 10 अगस्त 1950 को हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूलिंग मुजफ्फरपुर जिले के बरुराज गांव से की थी. उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से इतिहास और संस्कृत में ग्रेजुएशन किया. वे 1972 में गुजरात कैडर से भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी बने और आनंद के पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात हुए. वहां से वे 1978 में अहमदाबाद के पुलिस उपायुक्त बने. 1983 में उन्हें प्रोमोशन मिला और वे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर पटना में तैनात हुए.

कुणाल ने 1990 से 1994 तक गृह मंत्रालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी के पद पर काम किया था. एक आईपीएस अधिकारी के रूप में किशोर कुणाल पहले से ही धार्मिक कार्यों में शामिल थे. साल 2000 में पुलिस से रिटायर होने के बाद उन्होंने केएसडी संस्कृत यूनिवर्सिटी दरभंगा के कुलपति का पद संभाला. 2004 तक वे इस पद पर रहे. बाद में वे बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के प्रशासक बने और प्रचलित जातिवादी धार्मिक प्रथाओं में सुधार की शुरुआत की.

धर्म और समाज सेवा- 

राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मंदिर निर्माण के प्रयासों को सशक्त बनाया. 2000 में पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त हुए. संस्कृत विश्वविद्यालय में योगदान, दरभंगा की केएसडी संस्कृत यूनिवर्सिटी के कुलपति (2000-2004), बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड, प्रशासक के रूप में प्रचलित जातिवादी धार्मिक प्रथाओं में सुधार और धर्मस्थलों की व्यवस्था में पारदर्शिता लाने का प्रयास किया. पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट के जरिए स्वास्थ्य, शिक्षा, और धर्मार्थ कार्यों में अभूतपूर्व योगदान दिया.

बिहार भाजपा अध्यक्ष और राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि,'उनके (किशोर कुणाल-पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव) निधन से बिहार और पूरे देश का सनातनी समाज मर्माहत है और हम ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं और हम पूरे बिहार के लोग उनके निधन की खबर सुनकर मर्माहत हैं.

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