कौन हैं Archita Phukan, जिनके MMS ने सोशल मीडिया को किया हैंग? Kendra Lust के साथ फोटो पर भी भड़के यूजर्स
असम की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चिता फुकन एक वायरल MMS वीडियो और केंड्रा लस्ट के साथ कथित तस्वीर को लेकर विवादों में हैं. सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि वह एडल्ट इंडस्ट्री में शामिल हुई हैं, लेकिन इन दावों की पुष्टि नहीं हुई है. खुद अर्चिता ने इन अफवाहों को ग़लत बताया और कहा कि लोग बिना सच्चाई जाने जज कर लेते हैं. आइए जानते हैं कि अर्चिता फुकन कौन हैं...;
Who is babydoll archi Archita Phukan: असम की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चिता फुकन, जिन्हें ऑनलाइन ‘बेबीडॉल आर्ची’ के नाम से जाना जाता है, हाल ही में एक विवाद के केंद्र में आ गई हैं. एक फोटो में उन्हें अमेरिकी एडल्ट स्टार केंड्रा लस्ट के साथ देखे जाने के बाद से अफवाहें फैल रही हैं कि वह कथित रूप से एडल्ट इंडस्ट्री में शामिल हो रही हैं. हालांकि, यह फोटो असली है या नहीं, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है. कुछ लोग इसे AI जेनरेटेड फोटो भी बताते भी हैं.
कौन हैं ‘बेबीडॉल आर्ची’?
असम की रहने वाली अर्चिता फुकन (Archita Phukan) इंस्टाग्राम पर सक्रिय हैं, जहां उनके लगभग 713K फॉलोवर्स हैं. फैशन, बोल्ड लुक और ग्लैमरस वीडियो के ज़रिए उन्होंने जेन-जेड में लोकप्रियता हासिल की, खासकर उनका एक रील वीडियो ‘Dame Un Grrr’ पॉपुलर ट्रेंड था.
अर्चिता का जन्म 1995 में हुआ. उनकी पढ़ाई लिटिल फ्लावर हाईस्कूल और साल्ट ब्रूक एकेडमी से हुई है. उन्होंने दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है.
वायरल फोटो का सच
अर्चिता की जिस पोस्ट से विवाद पैदा हुआ, उसमें उन्होंने लिखा, "केंड्रा से पहली बार मिलना वाकई एक अविस्मरणीय अनुभव था. मुझे उनके आत्मविश्वास, पेशेवराना अंदाज़ और सफलता से प्रेरणा मिली. वह गर्मजोशी से भरी, उत्साहवर्धक थीं और उन्होंने मूल्यवान जानकारियां साझा कीं, जिन्हें मैं बेहतर जीवन की अपनी यात्रा में अपने साथ लेकर चलूंगी. ऐसे आइकन से जुड़ने और उनसे सीखने के अवसर के लिए आभारी हूं."
'लोग जल्दी जज कर लेते हैं'
इन्फ्लुएंसर ने फालतू की अफवाहों को नकारते हुए कहा कि लोग जल्दी जज कर लेते हैं. वह किसी पुष्टि या इनकार की आवश्यकता नहीं समझतीं .
सोशल मीडिया और नैतिकता
इंटरनेट पर उनकी पहचान एक ब्रांड और कंटेंट क्रिएटर के रूप में तेजी से बनी, लेकिन उसी गति से अफवाहों ने गोपनीयता और डिजिटल धारणाओं पर सवाल उठा दिए. यह पूरी घटना सोशल मीडिया की तेजी से फैलने वाली अफवाहों, AI जेनरेटेड सामग्री की संभावनाओं, और व्यक्तियों की गोपनीयता को लेकर बढ़ती चिंताओं की एक मिसाल है.