असम में कोयला खदान के अंदर से निकाले गए चार शव, खादान में रेस्क्यू जारी
असम में कोयला खदान में फंसे मजदूरों के परिवार अपने परिजन के वापस लौटने का इंतजार कर रहे हैं. एनडीआरएफ समेत आर्मी की टीम लगातार राहत बचाव कार्य कर रही है. इस बीच टीम को चार मजदूरों के शव मिले हैं. इनमें एक की पहचान लिजान मागर के रूप में हुई है. वहीं CM सरमा ने भी मजदूरों की मौत पर दुख जताया है.;
असम में दीमा हसाओ जिले में कोयला खदान में अचानक पानी भर गया था. बता दें कि खदान में जिस समय पानी भरा उस समय कई मजदूर पहले से काम कर रहे थे. इस कारण कई मजदूर अंदर फंसे थे. जानकारी के अनुसार हादसे में कई मजदूरों की मौत हो चुकी है. हालांकि राहत बचाव कार्य की टीम और आर्मी के अधिकारियों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है.
दरअसल इस बचाव अभियान को 6 दिन 144 घंटे तक का समय बीत चुका है. हालांकि शनिवार को NDRF की टीम को तीन और मजदूरों के शव मिले हैं. मृतकों में एक मजदूर की पहचान लिजान मागर के रूप में हुई है. लेकिन अन्य मजदूरों की पहचान होना अभी बाकी है.
दो मजदूरों के मिले शव
जानकारी के अनुसार एनडीआरएफ की टीम द्वारा राहत बचाव अभी भी जारी है. एनडीआरएफ की टीम को मजदूर का शव शनिवार सुबह 7 बजकर 36 मिनट पर मिला है. वहीं उसी के कुछ ही मिनटों बाद एक अन्य मजदूर का शव मिला. जिसकी पहचान होना बाकी है. इस कोयला खदान में करीब 9 मजदूर फंसे हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये दूसरी या फिर तीसरा शव कोयला खदान से बरामद हुआ हैं. जहां 9 मजदूरों के फंसे होने की जानकारी सामने आई थी.
मृतकों में पहले शव की पहचान नेपाल के उदयपुर जिले में रहने वाले नेपाली गंगा बहादुर श्रेष्ठ के रूप में हुई है. एनडीआरएफ की टीम ने 8 जनवरी को उनका शव बरामद किया था. वहीं एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आर्मी की टीम कोयला खदान में भरे पानी को हाई पावर पंप की मदद से निकालने में जुटी हुई हैं. हालांकि इस पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.
CM सरमा ने जताया दुख
आपको बता दें कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस घटना पर दुख जताया है. साथ ही मृतक के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्ति की है. इसी कड़ी में एक्स पर लिखते हुए कहा कि हम शोक संतप्त लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं, क्योंकि हम इस कठिन समय में आशा और शक्ति बनाए रखते हैं.