बक्सा जेल के बाहर बवाल! जुबिन गर्ग केस के आरोपियों को ले जा रही पुलिस गाड़ियों पर बरसे पत्थर- Video

असम के बक्सा जिले में उस वक्त हालात बेकाबू हो गए जब जुबिन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को बक्सा जिला जेल लाया गया. मुख्य आयोजक श्यामकानू महांता, जुबिन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, उनके कज़िन और निलंबित एपीएस अधिकारी संदीपन गर्ग, तथा दो पीएसओ नंदेश्वर बोराह और प्रबीन बैश्य को बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के आदेश के बाद जेल लाया गया था.;

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By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 15 Oct 2025 8:48 PM IST

असम के मशहूर गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. ये सभी आरोपी गायक की पिछले महीने सिंगापुर में हुई मौत से जुड़े हैं. पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद कामरूप के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) ने सभी को जेल भेजने का आदेश दिया. अदालत ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि इन्हें ऐसे जेल में भेजा जाए जहां कैदियों की संख्या कम हो. अधिकारियों ने इसके बाद फैसला किया कि सभी आरोपियों को मुस्सलपुर स्थित बक्सा जेल में शिफ्ट किया जाएगा. यह जेल दो महीने पहले ही शुरू हुई है और फिलहाल यहां कोई अन्य कैदी नहीं है.

जुबिन गर्ग केस में गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?

इस मामले में गिरफ्तार लोगों में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (NEIF) के मुख्य आयोजक श्यामकानू महांता, जुबिन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, उनके कज़िन और पुलिस अधिकारी संदीपन गर्ग, तथा उनके दो निजी सुरक्षा अधिकारी नंदेश्वर बोराह और प्रबीन बैश्य शामिल हैं. इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है — जिनमें गैर-इरादतन हत्या, आपराधिक साजिश, लापरवाही से मौत और बाद में जोड़ी गई हत्या की धारा भी शामिल है.

गिरफ्तारी की पूरी टाइमलाइन

1 अक्टूबर को श्यामकानू महांता और सिद्धार्थ शर्मा को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. दोनों को 14 दिन की पुलिस रिमांड दी गई थी, जो मंगलवार को खत्म हुई. 8 अक्टूबर को जुबिन के कज़िन और डीएसपी संदीपन गर्ग को गिरफ्तार किया गया और सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया. गिरफ्तारी के दिन ही उन्हें सेवा से निलंबित कर दिया गया.

संदीपन गर्ग उस समय जुबिन के साथ सिंगापुर में मौजूद थे और वे उसी यॉट पर थे जब गायक की मौत हुई. 10 अक्टूबर को जुबिन के दो पीएसओ को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया. इसके अलावा, जुबिन के बैंड मेंबर शेखर ज्योति गोस्वामी और गायिका अमृतप्रवा महांता को 3 अक्टूबर को गिरफ्तार कर 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया था.

CID की जांच और SIT का गठन

असम पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) ने श्यामकानू महांता के खिलाफ एक अलग जांच शुरू की है. आरोप है कि उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए भारी मात्रा में ‘बेनामी’ संपत्तियां अर्जित की हैं और आयोजित आर्थिक अपराधों में भी उनकी संलिप्तता है. असम सरकार ने जुबिन गर्ग की मौत की जांच के लिए 10 सदस्यीय SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन किया है. जांच में अब तक यह सामने आया है कि जुबिन गर्ग की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर के समुद्र में डूबने से हुई थी.

असम के बक्सा जिले में उस वक्त हालात बेकाबू हो गए जब जुबिन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को बक्सा जिला जेल लाया गया. मुख्य आयोजक श्यामकानू महांता, जुबिन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, उनके कज़िन और निलंबित एपीएस अधिकारी संदीपन गर्ग, तथा दो पीएसओ नंदेश्वर बोराह और प्रबीन बैश्य को बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के आदेश के बाद जेल लाया गया था.

जैसे ही आरोपियों की गाड़ियां जेल परिसर में पहुंचीं, वहां पहले से मौजूद लोगों ने ‘जुबिन गर्ग को न्याय दो’ के नारे लगाने शुरू कर दिए. भीड़ बढ़ने के बाद कुछ प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और आरोपियों को ले जा रहे वाहनों पर पथराव करने लगे. मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और स्थिति को नियंत्रण में लिया. बताया जा रहा है कि इस दौरान कुछ वाहनों के शीशे टूट गए, जबकि पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी है. प्रशासन ने आशंका जताई है कि यह विरोध आने वाले दिनों में और तेज हो सकता है, क्योंकि जुबिन गर्ग के प्रशंसक और स्थानीय संगठन लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं.

मौत की गुत्थी पर बढ़ते सवाल

हालांकि सिंगापुर पुलिस ने इसे दुर्घटनावश डूबने का मामला बताया था, लेकिन भारत में मामले ने आपराधिक मोड़ ले लिया है. परिवार और प्रशंसकों ने बार-बार यह सवाल उठाया है कि आखिर जुबिन गर्ग की मौत के पीछे कौन जिम्मेदार है और क्या इसे साजिशन छिपाने की कोशिश की जा रही है?

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