12 दिन तक नाबालिग को बंधक बनाकर किया रेप, अब पादरी जेल की सलाखों के पीछे
सोचिए क्या हो जिन्हें हम भगवान का दर्जा दे, वही लोग हैवान बन जाए. असम में एक नाबालिग बच्ची के साथ एक पादरी ने कई बार रेप किया. इतना ही नहीं, 16 साल की लड़की को 12 दिन तक घर में बांध कर रखा और उसे डराया कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो उसके साथ और भी बुरा होगा.;
असम के मार्गेरिटा उपखंड के उलुपाथर पानीगांव की एक 16 साल की लड़की के साथ जो हुआ, उसने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया. एक पादरी, जिसे लोग भगवान का दूत मानते थे, उसी ने मासूमियत का फायदा उठाया. पादरी ने नाबालिग के साथ रेप किया.
यह सिलसिला तकरीबन 12 दिनों तक चलता रहा. बीमार पत्नी का बहाना देकर उस बच्ची को काम के लिए बुलाया और फिर अपना असली चेहरा दिखाया. कौन सोच सकता था कि एक पवित्र पद पर बैठा इंसान ऐसा झांसा देगा?
पादरी ने नाबालिग के साथ किया रेप
यह बात 10 जून की है, जब इसहाक हापट नाम के एक पादरी ने लड़की को अपने घर बुलाया. उसने कहा कि उसकी पत्नी बीमार है और घर के कामों में मदद की जरूरत है. लड़की के घर आते ही उसकी जिंदगी बदल गई. आरोप है कि पादरी ने उसे 12 दिनों तक अपने घर में बंधक बनाकर रखा. इस दौरान उसने कई बार लड़की का यौन शोषण किया और उसे धमकाया कि अगर उसने किसी को बताया तो अंजाम बुरा होगा. आखिरकार सच सामने आया.
12 दिनों तक झेला दर्द
22 जून को, लड़की किसी तरह पादरी के घर से भागने में सफल रही. घर लौटने के बाद उसकी बिगड़ती हालत ने परिवार को चिंता में डाल दिया. जब परिवार ने वजह पूछी, तो उसके साथ हुए अत्याचार का सच सामने आया और फिर परिवार ने एफआईआर दर्ज करवाई.
जेल में बंद है पादरी
सोमवार रात को मार्गेरिटा पुलिस ने प्रभारी अधिकारी प्रताप गोगोई के नेतृत्व में एक कार्रवाई करते हुए पादरी इसाक हापट को उसके घर से हिरासत में लिया. उसे थाने लाकर पूछताछ की गई, जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे मार्गेरिटा सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने पादरी को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया, जिसके तहत अब वह तिनसुकिया जेल में बंद है.