अब 'असमिया नाम' से जाना जाएगा 'ढकापट्टी'! जानें एक झगड़े की वजह से मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने क्यों लिया फैसला
Assam CM Himanta: असम में एक सड़क किनारे झगड़े की घटना के बाद, मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने ढकापट्टी का नाम असमिया नाम से बदलने का निर्देश दिया. BJP विधायक रुपक सरमा ने इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि स्वतंत्रता से पहले इसका ऐतिहासिक संबंध हो सकता है, लेकिन अब नहीं है.;
Assam CM Himanta: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ढकापट्टी का नाम बदलकर 'असमिया नाम' से बदलने का निर्देश दिया. शुक्रवार (8 अगस्त) को यहां पर बंगाल के एक व्यक्ति और स्थानीय लोगों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया. विवाद इतना बढ़ गया की इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई. इसके बाद ही सीएम सरमा ने यह फैसला लिया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार शाम नागांव शहर के व्यस्त वाणिज्यिक क्षेत्र ढकापट्टी में हुई थी. नगाांव के SP स्वप्ननील डेका ने बताया, व्यक्ति सड़क किनारे बाइक रोककर फोन पर बात कर रहा था. पीछे खड़े एक युवक ने दो बार हॉर्न बजाया. आरोपी गुस्से में आ गया. उसने हेलमेट से उस युवक को पीटना शुरू कर दिया.
क्या है मामला?
सड़क के किनारे से साइड होने की बात पर ही इतना बड़ा बवाल खड़ा हो गया. तंदिप ककोटी ने अनिस रहमान को पीटा. SP डेका के अनुसार, आरोपी शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन घटना का वीडियो वायरल होने के कारण दोनों की पहचान को लेकर कई वर्गों में रोष पैदा हो गया.
मामले पर सीएम का रिएक्शन
शनिवार शाम मुख्यमंत्री मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी है. पुलिस कार्रवाई कर रही है. मैंने DC को भी निर्देश दिया है कि तुरंत उस इलाके का नाम बदलकर असमिया नाम रखा जाए.
स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इलाके का यह नाम औपनिवेशिक काल में पड़ा था. जब 19वीं और 20वीं सदी में ढाका से व्यापारी नागांव आए और बस गए. फिर बिजनेस करना शुरू कर दिया. इसी कारण Daccapatty नाम पड़ा. जोरहाट में भी इसका एक और उल्लेखनीय स्थान है.
बीजेपी ने किया फैसले का स्वागत
ढकापट्टी का नाम बदले के फैसले पर स्थानीय BJP विधायक रुपक सरमा ने इस घोषणा का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता से पहले इसका ऐतिहासिक संबंध हो सकता है, लेकिन अब नहीं है. यहां हमारे असमिया लोगों द्वारा दुकानें और व्यवसाय चल रहे हैं. ऐसे किसी बांग्लादेशी शहर के नाम पर इसका नामकरण अब अनुचित है, जिस से हमारा कोई संबंध नहीं. मुख्यमंत्री ने इसलिए नाम बदलने को कहा है, और हम सभी इसे सराहते हैं.