रोज हो रही पुलिस पेट्रोलिंग, फिर भी खुलेआम हो रही ड्रग्स की सप्लाई; लोग कर रहे ये मांग
असम के भूतनाथ क्षेत्र में खुलेआम ड्रग्स की सप्लाई हो रही है. जानकारी के अनुसार ये सब पुलिस की नाक की नीचे हो रहा है. रोजाना पेट्रोलिंग के बावजूद भी अपराधियों पर लगाम नहीं. इससे क्षेत्र के कई लोगों को परेशानी हो रही है. लोगों की मांग है कि पुलिस इसपर ठोस कदम उठाए.;
असम के एक शहर भूतनाथ में खुल्लेआम पुलिस की नाक के नीचे ड्रग्स की सप्लाई की जा रही है. जानकारी के अनुसार ये सब पुलिस पेट्रोलिंग के बावजूद अपराधी अवैध तरीके ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार यह इलाका अवैध गतिविधियों का अड्डा बन गया है. वहीं इस पर इलाके के निवासियों ने आरोप लगाया है.
आरोप है कि पुलिस के रोजाना पेट्रोलिंग करने के बावजूद भी अधिकारियों की नाक के नीचे से दिनदहाड़े अवैध ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं. इसी क्रम में देसी शराब का व्यापार और खुल्लेआम जुआ चलने की जानकरी सामने आई है.
ड्रग्स की तस्करी हो गई आम
लोगों का कहना है कि खुल्लेआम ड्रग्स की सप्लाई आम बात हो गई है. एक शख्स ने कहा कि रेलवे ट्रैक के पास खुल्लेआम ड्रग्स की तस्करी हो रही है, ये लेकिन ये आम बात हो गई है. हालांकि लोगों का कहना है कि ऐसे अपराधों के खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है. लोगों ने आरोप लगाया कि रेलवे की जमीन पर अवैध बस्तियां ड्रग्स, गांजा, देशी शराब, जुआ और अन्य असामाजिक गतिविधियों का खुला बाजार बन गई हैं.
खुलेआम हो रही चोरी चकारी
वहीं क्षेत्र के एक व्यक्ति कमल कृष्ण दास ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि चेन स्नैचिंग, जुआ और भी कई छोटे-मोटे अपराध आम हो चुके हैं. लेकिन ये धीरे-धीरे करके बड़ा रूप लेते जा रहे हैं. हालांकि इसके कारण आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. दास ने आरोप लगाया कि दूसरे कई राज्य से यहां आए लोगों ने भूतनाथ के एनएफ रेलवे की जगह पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कर उनपर बस्तियां बसा ली है. इस कारण छोटे-मोटे और असमाजिक तत्वों के अड्डे बन गए हैं.
जाम की समस्या बेहद आम
व्यक्ति ने कहा कि भूतनाथ क्षेत्र सबसे अव्यवस्थित क्षेत्रों में से एक हैं. ऐसा इसलिए क्योंकी अधिकतर सड़कों और फुटपाथ पर कई व्यपारियों ने कब्जा कर रखा है. इस कारण पैदल चलने वालों को भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं इस कारण सड़क पर ट्रैफिक जाम की समस्या आम हो गई है. कई बार स्थिती की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी गई, लेकिन उन्होंने इसपर ध्यान नहीं दिया. दास ने कहा कि ऐसे अतिक्रमणों को जल्द से जल्द हटाने की हम मांग करते हैं.