7 खालिस्तान समर्थक नेता भेजे गए पंजाब, क्या अमृतपाल सिंह को भी है भेजने की तैयारी?
अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को पंजाब ट्रांसफर कर दिया गया है. वहीं, वह अभी भी डिब्रूगढ़ में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत हिरासत में हैं. इनमें गुरमीत सिंह बुक्कनवाला, भगवंत सिंह, बसंत सिंह, दलजीत सिंह कलसी, हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल और गुरिंदरपाल सिंह शामिल हैं.;
लोकसभा सांसद अमृतपाल सिंह खालिस्तान समर्थक है, जिसे असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद किया गया था. अब अमृतपाल के सात सहयोगियों को पंजाब ट्रांसफर कर दिया है. गुरमीत सिंह बुक्कनवाला, भगवंत सिंह, बसंत सिंह, दलजीत सिंह कलसी, हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल और गुरिंदरपाल सिंह को दो अलग-अलग फ्लाइट से पंजाब ले जाया गया.
जिसमें गुरमीत सिंह बुक्कनवाला, भगवंत सिंह और बसंत सिंह को इंडिगो की फ्लाइट 6E 2561 से गए. यह फ्लाइट सुबह 10 बजे रवाना हुई. वहीं, बाकि चार-दलजीत सिंह कलसी, हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल और गुरिंदरपाल सिंह-को मोहनबाड़ी को इंडिगो की फ्लाइट 6E 6604 से भेजा गया. यह फ्लाइट दोपहर 2:20 बजे की थी.
क्या है मामला?
अधिकारियों के अनुसार इन साल लोगों को 2023 अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला मामले में अब कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा. इस तबादले के बाद अमृतपाल उनके सहयोगी पपलप्रीत सिंह और वरिंदर सिंह जौहल, डिब्रूगढ़ में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत हिरासत में हैं. उनकी हिरासत की अवधि अप्रैल 2025 में समाप्त होने वाली है, जिसके बाद उन्हें भी पंजाब ले जाया जा सकता है.
दो साल से जेल में बंद
अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन के नेता हैं. वह अपने सहयोगियों के साथ पिछले दो सालों से एनएसए के तहत डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद है. गौरतलब है कि अमृतपाल ने 2024 का लोकसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था और खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा और आप के लालजीत सिंह भुल्लर को 1,97,120 मतों से हराकर जीत हासिल की थी.
पुलिस ने कही ये बात
तबादले से दो दिन पहले पुलिस उप महानिरीक्षक सतिंदर सिंह ने कहा था कि 'अजनाला मामले की जांच अब आगे बढ़ेगी. ट्रांसफर किए गए सात व्यक्तियों को एफआईआर संख्या 39 के तहत गिरफ्तार किया जाएगा और आगे की जांच के लिए पंजाब वापस लाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि मामले के सिलसिले में एनएसए के तहत हिरासत में लिए गए दस व्यक्तियों को अभी तक औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है.