2027 वर्ल्ड कप की तैयारी शुरू, युवा ब्रिगेड को मौका... कोहली-रोहित का युग हुआ खत्म?

भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली व रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम में जगह नहीं मिली है. चयनकर्ताओं ने साफ कर दिया है कि अब 2027 वर्ल्ड कप की तैयारी युवा खिलाड़ियों के साथ होगी. देवांग गांधी और सौरव गांगुली ने कहा कि यह बदलाव टीम के भविष्य के लिए जरूरी है. यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत और साई सुदर्शन जैसे खिलाड़ियों पर भरोसा जताया गया है, जबकि कोहली-रोहित का वनडे करियर अब लगभग खत्म माना जा रहा है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 11 Aug 2025 5:15 PM IST

Virat Kohli Rohit Sharma: भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज़ खत्म हुए अभी एक हफ़्ता भी नहीं हुआ है, लेकिन विराट कोहली और रोहित शर्मा फिर सुर्खियों में हैं. अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि अक्टूबर में होने वाला ऑस्ट्रेलिया दौरा इन दोनों दिग्गज बल्लेबाज़ों के अंतरराष्ट्रीय करियर का आख़िरी पड़ाव हो सकता है. 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक उनके खेलने की उम्मीदें, जब कोहली 39 और रोहित 40 साल के होंगे, मीडिया रिपोर्ट्स के साथ धीरे-धीरे कम होती दिख रही हैं.

दैनिक जागरण ने दावा किया है कि अगर कोहली और रोहित अगला विजय हज़ारे ट्रॉफी सीज़न नहीं खेलते, तो ऑस्ट्रेलिया में होने वाली वनडे सीरीज़ शायद उनका टीम इंडिया के लिए आख़िरी वनडे अभियान हो. टेस्ट और टी20 से पहले ही संन्यास ले चुके इन दोनों के पास अब सिर्फ़ वनडे और आईपीएल ही बचा है, और मैच प्रैक्टिस बनाए रखने के लिए हर मौक़ा उन्हें भुनाना होगा. हालांकि, पीटीआई की एक रिपोर्ट ने साफ़ किया कि इस तरह की कोई चर्चा अभी तक नहीं हुई है, और इस मुद्दे पर फ़ैसला अगले साल के टी20 वर्ल्ड कप के बाद ही लिया जाएगा, जो फिलहाल बीसीसीआई की प्राथमिकता है.

'युवा खिलाड़ियों को मौका देना जरूरी'

मामले ने तब और तूल पकड़ा जब पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस बहस में अपनी टिप्पणी जोड़ी. इसी बीच, पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता देवांग गांधी ने कहा कि समय आ गया है कि बोर्ड को कोहली और रोहित के बिना भविष्य की तैयारी शुरू करनी चाहिए. उनके मुताबिक, यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत और साई सुदर्शन जैसे युवा खिलाड़ी तैयार हैं. उन्हें मौका देना ज़रूरी है.

“सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट को बड़ा फ़ैसला लेना होगा”

गांधी ने कहा, “आप कैसे ऐसे खिलाड़ियों को बाहर बैठा सकते हैं जिन्होंने साबित किया है कि वे कितनी जल्दी ढल सकते हैं? टेस्ट क्रिकेट में सफल खिलाड़ी के लिए वनडे में जगह बनाना आसान होता है, बशर्ते उनके पास पावर गेम हो. सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट को बैठकर बड़ा फ़ैसला लेना होगा.”

'भविष्य के लिए तैयारी नहीं की गई तो बाद में मुश्किलें आ सकती हैं'

इंग्लैंड दौरे में भारत के युवा बल्लेबाज़ों के शानदार प्रदर्शन ने इस बहस को और हवा दी. कोहली और रोहित के टेस्ट से संन्यास के बाद ऐसा लगा था कि टीम मुश्किल में पड़ सकती है, लेकिन युवा खिलाड़ियों ने सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ कराकर टीम को संभाल लिया. गांधी का मानना है कि अगर अभी से ट्रांज़िशन शुरू नहीं हुआ और भविष्य के लिए तैयारी नहीं की गई, तो बाद में मुश्किलें आ सकती हैं.

“समय किसी का इंतज़ार नहीं करता”

पूर्व चयनकर्ता ने कहा, “मान लीजिए एक साल में इनमें से कोई फॉर्म में नहीं है और हमें रिप्लेसमेंट चाहिए, तो टीम मैनेजमेंट के पास तैयार खिलाड़ी नहीं होगा. रोहित और विराट के योगदान पर कोई सवाल नहीं, लेकिन समय किसी का इंतज़ार नहीं करता.” 

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