Chaitra Navratri 2025: नवरात्रि के दौरान सुख-समृद्धि की राह में रुकावट बनती हैं घर में रखी ये चीजें
चैत्र नवरात्रि का एक और खास पहलू यह है कि यह वर्ष का पहला नवरात्रि पर्व होता है, जिससे न केवल धार्मिक महत्व जुड़ा होता है, बल्कि यह मौसम परिवर्तन के समय आता है. नवरात्रि के दिनों में भक्त व्रत रखते हैं. यह व्रत शरीर और मन को शुद्ध करने का एक माध्यम है.;
Chaitra Navratri 2025: मां दुर्गा अपने भक्तों के कष्ट दूर करती हैं. इसलिए उन्हें प्रसन्न करना जरूरी है. इसलिए चैत्र नवरात्रि के दौरान हर छोटी से बड़ी बात का ध्यान रखनी चाहिए. नवरात्रि आने से पहले घर की सफाई की जाती है. माना जाता है कि इस दौरान कुछ चीजें करने की मनाही होती है. नवरात्रि के पावन अवसर पर घर को सही तरीके से रखना जरूरी है. इस दौरान घर में कुछ चीजों से बचने की सलाह दी जाती है, ताकि घर में नकारात्मकता न आए और शुभता बनी रहे.
मांसाहारी चीजें
नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन खाया जाता है. खाने में प्याज-लहसुन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. माना जाता है कि इस दौरान तामसिक भोजन से नकारात्मकता आती है. इसलिए चैत्र नवरात्र शुरू होने से पहले घर से अंडा, मांस-मछली और लहसुन-प्याज जैसी चीजें हटा लें. यह नवरात्रि के व्रत और पूजा के सिद्धांतों के खिलाफ माना जाता है.
नशीली वस्तुएं
शराब, तम्बाकू, या अन्य नशीली पदार्थों को घर में न रखें. यह चीजें मानसिक शांति को प्रभावित करती हैं और नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकती हैं. साथ ही, सिर्फ त्यौहार के दौरान ही नहीं, हमें हमेशा इन चीजों से दूरी बनाए रखनी चाहिए. नशीले पर्दाथों की लत जीवन बर्बाद कर देती है.
गंदे कपड़े
कोई भी गंदी चीज घर के लिए शुभ नहीं होती है. साथ ही, यह बीमारी का कारण भी बनती हैं. गंदे कपड़े या अस्त-व्यस्त सामान घर में न रखें, क्योंकि यह घर की शांति और समृद्धि को प्रभावित कर सकता है. हमेशा साफ-सफाई बनाए रखें. रोजाना घर को साफ करें.
टूटा सामान
टूटे-फूटे बर्तन, टूटे फर्नीचर या कोई भी खराब सामान घर में न रखें. ऐसा सामान घर में नकारात्मकता को बढ़ाता है और घर में सुख-शांति नहीं रहती है. साथ ही, कई बार लोग भगवान की खंडित मूर्ति का इस्तेमाल करते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए. अगर मूर्ति खराब हो गई है, तो चैत्र नवरात्रि के दौरान माता की नई मूर्ति लाकर स्थापित करें. इन बातों का पालन करने से नवरात्रि के दौरान घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है.