Vastu Tips: सुख-शांति चाहिए? ये 10 वास्तु उपाय करेंगे आपकी किस्मत खोलने का काम!
क्या आपके घर में बिना वजह तनाव बना रहता है? बार-बार मेहनत करने के बावजूद भी सफलता हाथ नहीं लगती? या फिर जीवन में खुशियां टिकती ही नहीं? अगर ऐसा है, तो हो सकता है कि आपके घर का वास्तु दोष आपकी तरक्की और शांति में बाधा बन रहा हो.;
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विद्या है जो दिशाओं और ऊर्जाओं के बेहतर समन्वय पर आधारित होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी घर को सही दिशा, स्थान और नियमों के अनुसार बनाया जाए, तो हमेशा ही घर में सुख, शांति, समृद्धि और शुभता का वास होता है. इसलिए, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर पर चीजों को रखने और नियमों का पालन करने से घर में सकारात्मकता आती है और मानसिक शांति के साथ-साथ भगवान की विशेष कृपा मिलती है.
लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर वास्तु के नियमों की अनदेखी होती है तो घर में अशांति, आर्थिक परेशानियां और क्लेश बना रहता है. आइए जानते हैं वास्तु के कुछ कारगर उपाय जिससे करने से वास्तुदोष दूर होने के साथ-साथ घर पर सुख और सुख समृद्धि का वास होता है.
वास्तु शास्त्र के नियम
- वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी जेब में फटा और पुराना हो चुका पर्स नहीं रखना चाहिए. साथ ही पर्स के अंदर न तो फटे हुए नोट होने चाहिए और न ही कागज. इसे आर्थिक तरक्की में रुकावटें आती हैं.
- वास्तु के अनुसार झाड़ू में मां लक्ष्मी का वास होता है. ऐसे में कभी भी झाड़ू को पैर से नहीं छूना चाहिए. इसके अलावा झाड़ू को कभी भी खुली जगहों पर नहीं रखना चाहिए. झाड़ू को हमेशा बाहरी लोगों की नजरो से छिपाकर रखना चाहिए.
- वास्तु के अनुसार घर पर कभी भी कांटेदार और दूध निकलने वाले पौधे नहीं लगाने चाहिए. इससे घर पर वास्तु संबंधी दोष पैदा होता है.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी शाम के समय घर पर झाड़ू नहीं लगानी चाहिए. इसके अलावा मंगलवार और शनिवार के दिन नाखून नहीं काटना चाहिए.
- जीवन में माता लक्ष्मी की कृपा और भगवान कुबेर की आशीर्वाद पाने के लिए घर के उत्तर दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए. उत्तर की दिशा भगवान कुबेर की होती है.
- घर पर नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकने के लिए सप्ताह में दो बार नमक मिला पानी का पोछा लगना चाहिए.
- हर दिन पूजा के बाद घर के हर एक कोनों में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए. इससे नकारात्मक शक्तियां दूर होती है और सुख-समृद्धि आती है.
- घर पर कभी नटराज, काली माता, शनिदेव और कालभैरव की मूर्तियों नहीं रखना चाहिए.
- घर के अंदर कभी भी बेकार की चीजों को इकट्टठा नहीं करना चाहिए. इससे घर पर निगेटिव ऊर्जा आती है.
- पूजा घर के रंग हल्के और शुभ होने चाहिए, जैसे कि सफेद, हल्का पीला, गुलाबी या क्रीम. गहरे या काले रंगों से बचना चाहिए. घर के मंदिर को कभी भी रसोईघर या शयनकक्ष में न बनाएं. इसके अलावा भगवान की मूर्तियों की संख्या भी सीमित होनी चाहिए. खंडित या टूटी हुई मूर्तियों को मंदिर में नहीं रखना चाहिए. इससे नकारात्मकता फैलती है.