क्यों पैसेंजर्स को फ्लाइट अटेंडेंट करती हैं फ्रेंडली ग्रीटस, जानकार रह जाएंगे हैरान

फ्लाइट में चढ़ने वक्त आपने शायद देखा होगा कि कैसे फ्लाइट अटेंडेंट गर्मजोशी हमारा वेलकम करते हैं. कभी-कभी हमें उनका काम देखकर ऐसा लगता है कि यह तो कितना ईजी काम है लेकिन क्या आप फ्लाइट अटेंडेंट फ्रेंडली हेलो बोलने का कारण जानते हैं. अगर नहीं तो इस बार इस आर्टिकल से जरूर जानें.;

Edited By :  रूपाली राय
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किसी भी फ्लाइट में चढ़ने वक्त आपने शायद देखा होगा कि कैसे फ्लाइट अटेंडेंट गर्मजोशी हमारा वेलकम करते हैं. उनके चेहरे पर हमारे लिए प्यारी से स्माइल के साथ हेलो या नमस्ते कहा जाता है. कभी-कभी हमें उनका काम यह काम देखकर मन सवाल उठता है, अरे ये काम तो कितना आसान है इसे तो कोई भी कर लेगा. आमतौर पर हमें हमेशा हमारा ही काम बड़ा लगता है.

हालांकि यह एटिकेट का एक नॉर्मल काम लग सकता है, लेकिन रियलिटी में इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण है. तो ऐसा क्यों होता है? निश्चित रूप से केबिन क्रू को उड़ान के दौरान सुरक्षा प्रदर्शन के बारे में बताने और यात्रियों से बहस करने से पहले विशेष रूप से बातूनीपन महसूस नहीं होता है कि उन्हें अपनी फिक्स्ड सीट पर बैठना क्यों जरुरी है. टिकटॉक पर फ्लाइट अटेंडेंट रानिया या @itsmekikooooo ने ऐप पर वायरल वीडियो में इस एटिकेट के पीछे का कारण बताया है.

क्यों करते हैं ग्रीट

उन्होंने बताया कि आपकी फ्लाइट अटेंडेंट न केवल पॉलिटेनेस के कारण आपका ग्रीट करती है, बल्कि यह भी जांचती है कि आप उड़ान भरने से पहले पैसेंजर्स बहुत नशे में हैं या बीमार हैं और पैसेंजर्स के जिद्दी व्यवहार आदि पर ध्यान देते हैं. केवल इतना ही, फ्लाइट में आने वाले पैसेंजर्स की जांच करने का मकसद यह एनालाइज करना भी है कि कौन से पैसेंजर्स इमरजेंसी सिचुएशन में केबिन क्रू की मदद कर सकते हैं.'

क्या रहा यूजर्स का रिएक्शन 

एक फॉर्मर फ्लाइट अटेंडेंट ने वीडियो पर कॉमेंट्स करते हुए कहा, 'एक फॉर्मर फ्लाइट अटेंडेंट के रूप में, हम हमेशा पैसेंजर्स का वेलकम करने के लिए सबसे पहले उन्हें ग्रीटस करते हैं और निश्चित रूप से आप नशे, जिद्दी व्यवहार आदि पर ध्यान देते हैं.' वहीं एक यूजर ने फ्लाइट में एंटर करने से पहले अपना एक अनुभव शेयर किया जब उसने एक बहुत सुंदर फ्लाइट अटेंडेंट ने उसे हेलो बोला और मैंने उसे गुड नाईट कहा. जिसके बाद मुझे एक बार मुझे ब्रीथलाइज़र (अलकोहल टेस्टर) लेना पड़ा जबकि मैं नशे में नहीं था.'

कुछ रियलिटी से अनजान हैं पैसेंजर्स 

फॉरमर फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा, 'उड़ान को अक्सर सेफ्टी मैनेजमेंट के तौर पर देखा जाता है, लेकिन रियलिटी यह है कि पैसेंजर्स को कई ऐसी बातें पता नहीं होती हैं. कैरी-ऑन लगेज की अव्यवस्था से लेकर उड़ान के दौरान चोरी तक, ऐसी कई छिपी हुई रियलिटी हैं जो एयरलाइंस आपको नहीं बताती हैं और जब तक आपको पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.'

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