Sherlyn Chopra ने क्यों हटवाए ब्रेस्ट इंप्लांट? वीडियो शेयर कर बताई सच्चाई
Sherlyn Chopra ने ब्रेस्ट इंप्लांट करवाए थे, लेकिन अब उन्होंने इन्हें हटवाने का फैसला लिया. दरअसल एक्ट्रेस ने बताया कि इसके कारण वह दर्द से जूझ रही थीं. इसलिए अपनी बेहतर हेल्थ के लिए डॉक्टर से कंसल्ट कर शर्लिन ने यह कदम उठाया है.;
बॉलीवुड एक्ट्रेस और मॉडल शर्लिन चोपड़ा ने ब्रेस्ट इंप्लांट करवाए थे, लेकिन अब उन्होंने बताया कि वह ब्रेस्ट इम्प्लांट्स हटवा रही हैं, क्योंकि यह उनके लिए 'एक्स्ट्रा बोझ' बन चुके थे. दरअसल इसके कारण शर्लिन को लंबे समय से दर्द हो रहा है. इसलिए आखिरकार उन्होंने यह फैसला लिया.
अब ऐसे में एक्सपर्ट ने बताया कि कैसे यह सर्जरी बॉडी पर असर डालती हैं. साथ ही, इसके कारण कौन-कौन सी परेशानियां होती हैं. चलिए डिटेल से जानते हैं इस बारे में.
क्यों रिमूव करवाए ब्रेस्ट इंप्लांट?
शर्लिन लंबे समय से शरीर में लगातार बने रहने वाले दर्द, थकान और असहजता का सामना कर रही थीं. डॉक्टरों से महीनों तक सलाह-मशविरा और कई मेडिकल टेस्ट्स के बाद आखिरकार उन्हें समझ आया कि यह दर्द उनके ब्रेस्ट इम्प्लांट्स की वजह से हो रहा था. इस बारे में उन्होंने एक वीडियो शेयर कर बताया कि ' मेरे लंबे समय से चल रहे दर्द की वजह मेरे भारी ब्रेस्ट इम्प्लांट्स ही थे. अब मैंने फैसला किया है कि इन्हें हटाकर अपनी असल फुर्ती और जीवन की ऊर्जा वापस पाना ही बेहतर है.'
इम्प्लांट्स से होने वाली परेशानियां
- एक्सपर्ट के मुताबिक ब्रेस्ट इम्प्लांट्स से शरीर का वजन और संतुलन पूरी तरह से बदल जाता है. इम्प्लांट्स से सीने का वजन बढ़ जाता है, जिससे कंधों, गर्दन और पीठ पर लगातार दबाव पड़ता है. यह धीरे-धीरे क्रॉनिक दर्द में बदल जाता है.
- यही वजह है कि कई महिलाओं में कंधे झुकना, लगातार थकान, मांसपेशियों में खिंचाव और रात में ठीक से नींद न आना जैसी समस्याएं दिखाई देती हैं.
- इम्प्लांट्स के आसपास बनने वाली सूजन या इम्यून रिएक्शन कई बार शरीर के हार्मोनल सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है.
- इससे मूड स्विंग्स, मेटाबॉलिज्म में बदलाव और पीरियड्स से जुड़ी अनियमितताएं भी हो सकती हैं. महिलाएं अक्सर इन संकेतों को तनाव या जीवनशैली का असर समझकर नजरअंदाज कर देती हैं.
मां बनने से पहले यह जान लें
किसी भी तरह की सर्जरी चाहे इम्प्लांट लगवाना हो या हटवाना, शरीर के हार्मोन्स पर असर डालती है. इसलिए प्रेग्नेंसी की प्लानिंग करने से पहले शरीर को पूरी तरह संतुलन में आने का समय देना बहुत जरूरी है.