घर में बनाएं ऑथेंटिक बिहारी स्वाद, चना घुघनी और दाल पीठा की देसी रेसिपी
सबसे पहले सफेद चनों को अच्छे से धोकर रात भर या कम से कम 7-8 घंटे पानी में भिगो दें, इससे चने जल्दी गल जाते हैं. प्रेशर कुकर में भीगे हुए चने, 1 छोटा चम्मच नमक और इतना पानी डालें कि चने डूब जाएं. मध्यम आंच पर 3-4 सीटी आने तक उबालें.;
बिहार का खाना अपनी सादगी, स्वाद और पौष्टिकता के लिए पूरे देश में मशहूर है. यहां का हर व्यंजन इतना लजीज होता है कि एक बार खाओ तो बार-बार मन करता है. खासकर छठ पूजा, होली-दिवाली या किसी भी त्योहार में बिहारी थाली बिना लिट्टी-चोखा, चना घुघनी और दाल पीठा के अधूरी लगती है. आज हम इन्हीं दो बहुत ही लोकप्रिय और लाजवाब व्यंजनों चना घुघनी और दाल पीठा की बहुत ही आसान और घरेलू तरीके से बनने वाली रेसिपी आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं. इन्हें बनाना बिल्कुल आसान है और सामान भी हर घर में आसानी से मिल जाता है तो चलिए शुरू करते हैं!.
1. चना घुघनी
बिहार की फेमस स्ट्रीट स्टाइल डिशयह गर्मागर्म चना घुघनी बच्चों से लेकर बड़ों तक सबकी फेवरेट है. सर्दियों में तो इसे खाने का मजा ही अलग है. इसे पूरी, पराठा, ब्रेड या चावल किसी के भी साथ खा सकते हैं.
जरूरी सामान (4-5 लोगों के लिए):
सफेद चने (काबुली चना) – 1 कप
आलू – 1 मध्यम आकार का (वैकल्पिक, लेकिन डालने से स्वाद दोगुना हो जाता है)
प्याज – 2 मध्यम आकार के (एक भूनने के लिए, एक बारीक काटकर गार्निशिंग के लिए)
टमाटर – 2 मध्यम आकार के
अदरक-लहसुन का पेस्ट – 1 बड़ा चम्मच
हरी मिर्च – 2-3 (बारीक कटी हुई)
तेल – 3-4 बड़े चम्मच
जीरा – 1 छोटा चम्मच
हल्दी पाउडर – ½ छोटा चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – 1 छोटा चम्मच (या स्वादानुसार)
धनिया पाउडर – 1 बड़ा चम्मच
गरम मसाला पाउडर – ½ छोटा चम्मच
नमक – स्वादानुसार
नींबू का रस – 1-2 बड़े चम्मच
हरा धनिया – बारीक कटा हुआ
गार्निशिंग के लिए – भुजिया/सेव, बारीक कटा प्याज और नींबू के टुकड़े
बनाने का आसान तरीका
सबसे पहले सफेद चनों को अच्छे से धोकर रात भर या कम से कम 7-8 घंटे पानी में भिगो दें, इससे चने जल्दी गल जाते हैं. प्रेशर कुकर में भीगे हुए चने, 1 छोटा चम्मच नमक और इतना पानी डालें कि चने डूब जाएं. मध्यम आंच पर 3-4 सीटी आने तक उबालें. फिर गैस बंद कर दें और प्रेशर अपने आप निकलने दें. उबले चने छान लें, लेकिन जो पानी बचेगा उसे फेंके नहीं, ग्रेवी बनाने में काम आएगा. अगर आलू डालना चाहते हैं तो उन्हें छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और अलग से उबाल लें या बाद में मसाले में ही डालकर पका लें. अब एक चौड़ी कड़ाही या कढ़ाई में 3-4 चम्मच तेल गर्म करें, तेल गरम होते ही जीरा डालें, चटकने दें. बारीक कटा प्याज डालें और सुनहरा भूरा होने तक मध्यम आंच पर भूनें. अब अदरक-लहसुन का पेस्ट और कटी हरी मिर्च डालकर 1 मिनट तक भूनें, खुशबू आने लगेगी. कटे हुए टमाटर डालें और नरम होने तक पकाएं. टमाटर जब गल जाएं तो हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और थोड़ा सा नमक डालकर 2 मिनट तक मसाले को अच्छे से भूनें. मसाले से तेल अलग होने लगे तो समझिए मसाला तैयार है. अब उबले हुए चने और उबले हुए आलू (अगर डाल रहे हैं) डालें. चनों का बचा हुआ पानी भी थोड़ा-थोड़ा डालते जाएं, जितनी गाढ़ी या पतली ग्रेवी पसंद हो. सब कुछ अच्छे से मिलाकर मध्यम-धीमी आंच पर 8-10 मिनट तक पकने दें ताकि सारे मसाले चनों में अच्छे से रच जाएं. अंत में गरम मसाला पाउडर डालें और 1-2 मिनट और पकाएं. गैस बंद करें. ऊपर से नींबू का रस, ढेर सारा हरा धनिया, बारीक कटा प्याज और मुट्ठी भर भुजिया या सेव डालकर गर्मागर्म सर्व करें. बस तैयार है लाजवाब बिहारी चना घुघनी! इसे गरमा-गरम पूरी या पराठे के साथ खाइए, उंगलियां चाटते रह जाएंगे.
2. दाल पीठा
बिहार का सुपर टेस्टी स्टफ्ड डंपलिंगदाल पीठा बिहार का एक बहुत ही खास और पारंपरिक व्यंजन है. इसे छठ पूजा में ठेकुआ के साथ जरूर बनाया जाता है. ये चावल के आटे से बने सॉफ्ट-सॉफ्ट डंपलिंग्स होते हैं जिनमें मसालेदार चना दाल की स्वादिष्ट स्टफिंग भरी जाती है. इसे घी, हरी चटनी या अचार के साथ खाया जाता है.
जरूरी सामान (12-15 पीठा के लिए):आटे के लिए:चावल का आटा – 2 कप
पानी – 2 कप
नमक – ½ छोटा चम्मच
तेल या घी – 1 छोटा चम्मच
स्टफिंग के लिए:चना दाल – 1 कप
अदरक – 1 इंच का टुकड़ा
लहसुन – 5-6 कलियां
हरी मिर्च – 2-3
जीरा – ½ छोटा चम्मच
अजवाइन – ½ छोटा चम्मच
हल्दी पाउडर – ½ छोटा चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – ½ छोटा चम्मच
नमक – स्वादानुसार
तेल – 1-2 बड़े चम्मच
हरा धनिया – बारीक कटा हुआ
बनाने का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका
चना दाल को अच्छे से धोकर 3-4 घंटे या रात भर भिगो दें. भीगी दाल को छानकर मिक्सी में डालें। बहुत बारीक नहीं, दरदरा पीसें (जैसे मोटी सूजी). एक कड़ाही में 2 चम्मच तेल गर्म करें। जीरा और अजवाइन डालकर चटकाएं. अब पिसी हुई दाल डालें। इसमें बारीक कटा अदरक-लहसुन-हरी मिर्च या उनका पेस्ट, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालें. मध्यम-धीमी आंच पर 7-8 मिनट तक लगातार चलाते हुए भूनें. दाल से सारी नमी खत्म हो जानी चाहिए और खुशबू आने लगनी चाहिए. अंत में हरा धनिया डालकर ठंडा होने दें. वहीं स्टफिंग के लिए अब चावल के आटे की तैयारी करें.एक बड़े बर्तन या चौड़े पैन में 2 कप पानी, ½ चम्मच नमक और 1 चम्मच तेल डालकर उबालें. जैसे ही पानी में उबाल आए, गैस धीमी कर दें और चावल का आटा एकदम से डालकर तेजी से चलाते हुए मिलाएं. आटा तुरंत गाढ़ा हो जाएगा. 2-3 मिनट तक लगातार चलाते रहें, फिर गैस बंद कर दें और बर्तन को ढककर 4-5 मिनट छोड़ दें. जब आटा थोड़ा ठंडा हो जाए (इतना कि हाथ झुलसे नहीं), तो हाथ पर थोड़ा तेल लगाकर आटे को अच्छे से मसलकर एकदम सॉफ्ट और चिकना गूंथ लें. अब छोटी-छोटी लोइयां तोड़ें. हर लोई को हथेली पर गोल करके बीच में गड्ढा बनाएं (जैसे हम कटोरी बनाते हैं). इसमें 1-2 चम्मच दाल की स्टफिंग भरें और चारों तरफ से किनारों को उठाकर अच्छे से बंद कर दें. आप चाहें तो गुजिया या मोदक की शेप भी दे सकते हैं. एक बड़े बर्तन में पानी उबालें. जैसे ही जोर का उबाल आए, इसमें 6-7 पीठे एक साथ डालें. 10-12 मिनट तक उबलने दें। जब पीठे ऊपर तैरने लगें और चमकदार दिखने लगें तो समझिए पक गए हैं. छलनी से निकालकर थोड़ा ठंडा करें। चाहें तो स्टीमर में भी 15 मिनट स्टीम कर सकते हैं.
सर्व करने का तरीका
गरमागर्म दाल पीठा को प्लेट में रखें, ऊपर से देसी घी डालें, हरी धनिया चटनी या लहसुन की चटनी के साथ परोसें. अचार भी बहुत अच्छा लगता है।तो बस इतना ही! अब आप भी अपने घर में बिहार का असली स्वाद ला सकते हैं. ये दोनों डिशेज इतनी आसान और स्वादिष्ट हैं कि एक बार बनाओगे तो बार-बार बनाने का मन करेगा त्योहार हो या आम दिन, ये बिहारी व्यंजन हर किसी को पसंद आते हैं.