रिश्तों को बचाने का अनोखा तरीका, जानें कपल्स के बीच बढ़ते Sleep Divorce ट्रेंड के बारे में

एक रिश्ता कामय रखने के लिए कई तरह के समझौते करने पड़ते हैं. आजकल कपल्स के बीच स्लीप डिवोर्स का ट्रेंड चल रहा है. यह एक रिश्ते को पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों तरीके से प्रभावित कर सकता है.;

( Image Source:  freepik )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 21 Nov 2024 12:24 PM IST

एक रिश्ते को बनाए रखना आसान नहीं होता है. कहा जाता है कि बेड पर सोने से पहले एक कपल को सारे मन-मुटाव दूर कर लेने चाहिए. वरना रिश्ता टूटने के कगार पर आ जाता है. ऐसे में अब कपल्स ने एक नया रास्ता चुना है, जिसे 'स्लीप डिवोर्स' कहा जाता है. इसमें नींद से डिवोर्स नहीं लिया जाता बल्कि सुकून भरी नींद के लिए कपल अलग-अलग कमरों में सोने का ऑप्शन चुन रहे हैं. चलिए जानते हैं इस ट्रेंड के फायदे से लेकर नुकसान तक के बारे में. 

जब हम अकेले सोते हैं, तो बेहतर नींद आती है. साथ ही, हम अपने तरीके से चीजों को अडजस्ट भी कर सकते हैं. अक्सर कपल में किसी को ज्यादा गर्मी लगती है, तो किसी को ठंड. ऐसे में अगर आप स्लीप डिवोर्स का रास्ता चुनते हैं, तो आप ठंडे कमरे,लाइट बंद और बिना खर्राटे की नींद के सो सकते हैं. 

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तनाव में कमी

अलग सोने से आप उन छोटी-छोटी बातों से बच सकते हैं जो आपके रिश्ते में तनाव पैदा कर सकती हैं. जब आप अच्छी नींद लेते हैं, तो कम चिड़चिड़े होते हैं और आपके रिश्ते में स्ट्रगल भी कम होता है. ऐसे में अलग सोने से आप सुबह फ्रेश उठेंगे और लड़ाई के मूड में नहीं रहेंगे.

कंफर्ट और प्राइवेसी

कपल्स के बीच भी प्राइवेसी की जरूरत होती है. ऐसे में प्राइवेसी को मेंटेन करने के लिए स्लीप डिवोर्स एक अच्छा ऑप्शन है. इससे मी टाइम मिल जाता है, जिसके कारण बॉडी और माइंड दोनों रिलैक्स हो जाते हैं. 

कैसे स्लीप डिवोर्स रिश्ते पर असर डालता है?

स्लीप डिवोर्स, जिसमें पति-पत्नी अलग-अलग कमरों में सोने का फैसला लेते हैं. इसके कारण रिश्ते पर कई प्रकार के प्रभाव पड़ सकते हैं.

फिजिकल और इमोशनल दूरी

स्लीप डिवोर्स से पति-पत्नी के बीच फिजिकल और इमोशनल दूरी बढ़ सकती है. बेडरूम वह जगह होती है, जहां कपल्स एक दूसरे से जुड़ते हैं. अपने एक्सपीरियंस और बातें शेयर करते हैं. ऐसे में अलग सोने से यह जुड़ाव कम हो सकता है और रिश्ते में खालीपन महसूस हो सकता है.

सेक्सुअल लाइफ पर असर

स्लिप डिवोर्स के कारण कपल्स की सेक्सुअल लाइफ पर असर पड़ सकता है. बेड टाइम कम होने से पति-पत्नी के बीच इमोशनल और फिजिकल टच कम हो सकता है, जिससे उनकी सेक्सुअल लाइफ डिस्टर्ब हो सकती है.

इनसिक्योरिटी और तनाव

स्लीप डिवोर्स के चलते पार्टनर्स इनसिक्योर महसूस कर सकते हैं. उन्हें ऐसा महसूस हो सकता है कि उनके रिश्ते में कोई तीसरा आ गया है, जिससे वे हर समय अपने पार्टनर को लेकर परेशान रहते हैं. यह तनाव और आपसी मनमुटाव बढ़ा सकता है.

आइडियोलॉजी में अंतर

वर्किंग कपल्स दिनभर अलग रहते हैं. ऐसे में वह रात को भी अलग-अलग सोने का फैसला लेते हैं, तो इसके कारण आइडियोलॉजी एक- दूसरे से अलग होती चली जाती है. यह तनाव का रूप ले लेता है और झगड़ने बढ़ सकते हैं. 

रोमांटिक लाइफ 

कुछ लोग मानते हैं कि स्लीप डिवोर्स से रोमांटिक लाइफ खराब हो जाती है. पति-पत्नी के बीच बेड टाइम कम होने से उनके अंदर का इमोशन भी कम होने लगता है. 



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