रेड और ग्रीन फ्लैग के बाद क्या आपको भी रिलेशनशिप में मिल रहा है 'पिंक फ्लैग', इन स्टेप से पहचानें
आज के समय में रिलेशनशिप में अलग टर्म्स और कंडीशन का इस्तेमाल किया जा रहा है. जब तक कपल के रिश्ते में सब कुछ अच्छा चल रहा हो तब उसे ग्रीन फ्लैग समझा जाता है.;
बदलते दौर में प्यार करने और रिलेशनशिप के मायने भी बदल चुके है. एक जमाना था जब प्यार में लाल रंग के अलावा किसी दूसरे रंग की कोई जगह न थी. लेकिन दो हजार के दशक में ग्रीन फ्लैग, रेड फ्लैग और अब पिंक फ्लैग जैसे शब्द सुनाई देते है. जी हां.... पिंक फ्लैग जिसे सुनकर हर कोई भी हैरान हो रहा है कि आखिर पिंक फ्लैग क्या है.
आज के समय में रिलेशनशिप में अलग टर्म्स और कंडीशन का इस्तेमाल किया जा रहा है. जब तक कपल के रिश्ते में सब कुछ अच्छा चल रहा हो तब उसे ग्रीन फ्लैग समझा जाता है और जैसे ही पार्टनर का बैड बिहैवियर दिखें तो समझ जाइए आपके रिश्ते को कहीं न कहीं रेड फ्लैग मिल रहा है. लेकिन अब बात करते है पिंक फ्लैग की आखिर यह क्या है और किसी के रिलेशनशिप में किस तरह से काम करता है.
क्या है पिंक फ्लैग
बता दें कि रिश्ते में पिंक फ्लैग का मतलब है कि आपके रिश्ते में कुछ समस्याएं या मुद्दे हैं, जो फ्यूचर में एक बड़ी प्रॉब्लम बन सकती है. ये समस्याएं शुरुआत में उतनी गंभीर नहीं होती हैं, हालांकि अगर समय रहते इन पर ध्यान न दिया जाए तो ये खतरे की घंटी बन सकती हैं. यानी रिश्ते में पिंक फ्लैग एक चेतावनी की तरह काम करता है, जो आपको बताता है कि आपके रिश्ते में कुछ गड़बड़ है और इसे जल्द ही ठीक करने की जरूरत है. ज्यादातर पिंक फ्लैग में अगर प्रॉब्लम सॉल्व करने के बाद भी रिश्ते में समस्याएं बनी हुई है तो यह आपके लिए एक इशारा की आप इस रिश्ते से अपने कदम पीछे कर लें.
पार्टनर से यह बिहेवियर कहलाता है पिंक फ्लैग
अगर आपका पार्टनर जलन की फीलिंग रखता है या रिलेशनशिप को लोगों से छुपाकर रखता है तो यह रिश्ते में एक ध्यान देने वाला पहलु है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि तुरंत फैसले ले लिये जाएं. स्थिति के बारे में सोचकर और बात करके उसे समझना ज़रूरी है. आइये नजर डालते है क्या है पिंक फ्लैग सिन्टम्स।
कंट्रोल में रखना
जब आप अपने दोस्तों के साथ समय बिताते हैं तो चिंता दिखाना या अपनी पसंद और नापसंद पर हल्का दबाव डालना, धीरे से और बिना किसी क्लैरिफिकेशन के एक मुद्दा बन जाता है.
रियलिटी को छिपाना
सोशल मीडिया पर केवल अपने अच्छे और इम्पैक्टफुल मोमेंट्स को दिखाना और अपनी रियलिटी को छिपाना एक पिंक फ्लैग हो सकता है. इससे ऐसा मालूम होता है जैसे कोई व्यक्ति अपना पूरा सच नहीं दिखा रहा है.
लगातार मैसेज करना
शुरू-शुरू में पार्टनर्स का ज्यादातर मैसेज करना अच्छा लगता है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति लगातार आपसे मैसेज और कॉल करने की कोशिश करता है, तो यह अनहेल्दी डिपेंडेंस या ओवर अटैचमेंट का संकेत हो सकता है.
फीलिंग्स को बहुत तेज़ी से शेयर करना
जब कोई व्यक्ति किसी रिश्ते के प्रति बहुत अधिक फीलिंगस और कमिटमेंट बहुत तेज़ी से दिखाता है, तो यह इनसिक्युरिटी या जल्दबाजी की तरफ इशारा करता है. हालांकि ऐसे मामलों में आगे जाकर रिश्तों में गड़बड़ी होती रहती है.