कौन हैं सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती, जिन्होंने वक्फ बिल का किया समर्थन? PM मोदी की भी कर चुके हैं तारीफ
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने केंद्र सरकार की ओर से लाए गए वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन किया है. उन्होंने वक्फ अधिनियम में संशोधनों के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य सरकारें पारदर्शिता बनाए रखेंगी. इससे पहले, उन्होंने पीएम मोदी के सूफी परंपरा के प्रति विचारों की सराहना की थी. आइए, उनके बारे में विस्तार से जानते हैं...;
Who Is Syed Naseruddin Chishty: ऑल इंडिया सूफ़ी सज्जादानशीन काउंसिल के अध्यक्ष, सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने वक्फ (संशोधन) विधेयक का समर्थन किया है. उनका मानना है कि यह विधेयक मुसलमानों के हित में होगा और वक्फ संपत्तियों का लाभ आम और गरीब मुसलमानों तक पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी पक्षों की आपत्तियों को सुनने के बाद विधेयक को और बेहतर बनाया है, जिससे वक्फ संपत्तियों का सही प्रबंधन और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने यह भी कहा कि किसी को डरने की जरूरत नहीं है. हमें केवल सरकारी बयानों पर ही विश्वास करना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि वक्फ अधिनियम में सुधार की आवश्यकता है और यह संशोधन उसी दिशा में एक कदम है.
कौन हैं सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती?
- सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती, अजमेर दरगाह के वर्तमान आध्यात्मिक प्रमुख (सज्जादानशीन) दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान साहब के उत्तराधिकारी और ऑल इंडिया सूफ़ी सज्जादानशीन काउंसिल (AISSC) के अध्यक्ष हैं.
- वे हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के प्रत्यक्ष वंशज हैं और सूफ़ी परंपरा के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाते हैं.
- सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सूफ़ी परंपरा के प्रति विचारों की सराहना की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सूफ़ी परंपरा की समझ अद्भुत है. अधिकांश मुस्लिम समुदाय उनके नेतृत्व का समर्थन करता है.
- नसीरुद्दीन चिश्ती ने वक्फ अधिनियम में संशोधनों के प्रस्ताव का भी समर्थन किया है, यह विश्वास जताते हुए कि केंद्र और राज्य सरकारें पारदर्शिता बनाए रखेंगी.
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय हैं, जहां वे सूफ़ी परंपरा, सामाजिक मुद्दों और सामयिक विषयों पर अपने विचार साझा करते हैं . नसीरुद्दीन चिश्ती सूफ़ी परंपरा के प्रचार-प्रसार, साम्प्रदायिक सौहार्द्र और सामाजिक सुधार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, जिससे वे भारतीय समाज में एक प्रमुख आध्यात्मिक नेता के रूप में जाने जाते हैं.