खरगे का मास्टरस्ट्रोक! कौन हैं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज सुदर्शन रेड्डी? विपक्ष ने बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक ने उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए बड़ा दांव खेलते हुए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है. 21 अगस्त को वे नामांकन दाखिल करेंगे. विपक्ष का कहना है कि रेड्डी का निष्पक्ष न्यायिक करियर और संवैधानिक समझ उन्हें NDA के खिलाफ मजबूत दावेदार बनाता है. इस मुकाबले ने राजनीति में नया रोमांच भर दिया है.;
उप राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक ने बड़ा दांव खेला है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐलान किया कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी विपक्ष के उम्मीदवार होंगे. 21 अगस्त को वे औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल करेंगे. विपक्ष ने कहा कि यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है.
INDIA ब्लॉक का मानना है कि इस बार उप राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष मजबूत चुनौती देगा. सभी दलों ने एकमत होकर जस्टिस रेड्डी का नाम आगे बढ़ाया. अब मुकाबला सीधे तौर पर NDA और INDIA ब्लॉक के बीच होगा. विपक्ष का कहना है कि यह चुनाव केवल पद का नहीं बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक संतुलन का भी है.
कौन हैं जस्टिस रेड्डी?
जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को हुआ. उन्होंने बीए और एलएलबी की पढ़ाई की. 1971 में हैदराबाद बार काउंसिल में वकील के रूप में पंजीकृत हुए और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में रिट और सिविल मामलों में प्रैक्टिस शुरू किया. उनकी साफ छवि और सख्त कानूनी समझ ने उन्हें धीरे-धीरे न्यायपालिका की ऊंचाइयों तक पहुंचाया.
हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का सफर
1988-90 में वे आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में सरकारी वकील बने. इसके बाद केंद्र सरकार के लिए अतिरिक्त स्थायी वकील और उस्मानिया विश्वविद्यालय के कानूनी सलाहकार के रूप में भी काम किया. 1995 में उन्हें आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का स्थायी न्यायाधीश बनाया गया। 2005 में वे गौहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और 2007 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने। वे 2011 में सेवानिवृत्त हुए.
क्यों चुना विपक्ष ने उन्हें?
विपक्ष का कहना है कि जस्टिस रेड्डी का निष्पक्ष और पारदर्शी न्यायिक करियर उन्हें इस पद के लिए सबसे उपयुक्त बनाता है. वे न केवल न्यायपालिका में साख रखते हैं बल्कि संवैधानिक मूल्यों के गहरे जानकार भी हैं. यही वजह है कि INDIA ब्लॉक ने उन्हें उप राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाकर NDA के खिलाफ मुकाबला और दिलचस्प बना दिया है.