कौन हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक, जो सैफ अली खान पर हुए हमले की कर रहे जांच?
बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले से हर कोई हैरान है. एक युवक ने घर में घुसकर सैफ पर चाकू से कई वार किए. इससे सैफ गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. मामले की जानकारी मिलने पर मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच भी मौके पर जांच के लिए पहुंची, जिसमें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक भी शामिल थे. आइए, उनके बारे में जानते हैं...;
Who Is Daya Nayak: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान के ऊपर 16 जनवरी को मुंबई स्थित उनके घर में घुसकर चाकू से हमला किया. सैफ को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी सर्जरी की गई. इस घटना के बाद मुंबई पुलिस उनके बांद्रा वेस्ट अपार्टमेंट परिसर,सतगुरु शरण पहुंची और मामले की जांच की. इसमें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक भी शामिल थे.
दया नायक ने 1990 के दशक में मुंबई में 80 से ज्यादा अंडरवर्ल्ड के गैंगस्टरों को खत्म किया था. उनकी गिनती मुंबई पुलिस के तेजतर्रार अधिकारियों में होती है.
कौन हैं दया नायक?
दया नायक का जन्म कर्नाटक के उडुपी में हुआ. उन्होंने कन्नड़ मीडिया स्कूल में सातवीं कक्षा तक की पढ़ाई की. इसके बाद वे परिवार का भरण पोषण करने के लिए 1979 में मुंबई चले आए. यहां उन्होंने एक होटल में नौकरी शुरू की. आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने गोरेगांव की नगरपालिका स्कूल से 12 वीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी की. वे जिस होटल में काम करते थे, उसी के बरामदे में रहते थे.
1995 में बने सब-इंस्पेक्टर
नायक ने अंधेरी के सीईएस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद जब वे प्लंबर का काम करने के दौरान नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों से मिले तो उनका मन भी पुलिस अधिकारी बनने का करने लगा. अपने सपने को सच करने के लिए उन्होंने खूब मेहनत की. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई. पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग पूरा करने के बाद वे 1995 में जुहू पुलिस स्टेशन में सब-इंस्पेक्टर के रूप में पुलिस बल में शामिल हुए.
1990 में मुंबई पर अंडरवर्ल्ड का राज चलता था. दिसंबर 1996 में नायक ने जुहू में एक एनकाउंटर में छोटा राजन सिंडिकेट से जुड़े दो अपराधियों को मार गिराया. इससे उनकी लोकप्रियता बढ़ गई.
विवादों में रहा करियर
नायक का करियर विवादों से घिरा रहा है. 2004 में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) कोर्ट ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को उनके द्वारा अर्जित आय से अधिक संपत्ति के आरोपों की जांच करने का निर्देश दिया था. एसीबी की जांच में छह स्थानों पर छापे मारे गए. इनमें से दो बेंगलुरु में थे. जांच में पता चला कि नायक लग्जरी बसों के दो बेड़े के मालिक हैं. इसमें से एक मुंबई में विशाल ट्रैवल्स है, जबकि दूसरा कर्नाटक के करकला में चल रहा है. इन खुलासों के बाद नायक को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, कई सालों की कानूनी लड़ाई के बाद उन्हें 2012 में वेस्ट कंट्रोल रूम में एसीपी के पद पर बहाल किया गया.