कौन है UNGA में पाकिस्तान को करारा जवाब देने वाली भाविका मंगलनंदन?
भाविका मंगलनंदन ने UNGA के 79वें सेशन में भारत के Right to Reply में कश्मीर के मुद्दे को उठाने के लिए पाकिस्तान को यूएन में करारा जवाब दिया है और उसकी निंदा की है. पाकिस्तान ने कश्मीर चुनावों का सहारा लेते हुए यूएन में कहा था कि भारत कश्मीर में स्थिति को खराब कर रहा है और सारे निर्णय एकतरफा ले रहा है.;
भारत की ओर से भाविका मंगलनंदन ने UNGA में 79वें सेशन में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर चुनाव को लेकर उठाए गए मुद्दे पर जवाब दिया है. भारत ने अपने राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल किया है.
भारत की राजनयिक भाविका मंगलनंदन ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में कश्मीर पर दिए गए बयानों को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर निशाना साधा। पाकिस्तान को जवाब देते हुए भाविका मंगलनंदन ने कहा कि सेना द्वारा चलने वाला देश ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने की हिम्मत की है जो सबसे बड़ा दिखावा है. उसका आतंकवाद, नारकोटिक्स, बिजनेस और अंतरराष्ट्रीय क्राइम के लिए दुनिया में पहचान है.
साथ ही भाविका ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि पड़ोसी देश को यह समझना चाहिए कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद उनके देश के लिए किसी और बड़ी समस्या को बढ़ाएगा. उन्होंने यूएन में फिर से दोहराया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न क्षेत्र है.
कौन हैं भाविका मंगलनंदन?
भाविका मंगलनंदन के बारे में जानना भी जरुरी है कि ये bhavika mangalanandanकौन हैं जिनके बारे में पूरे देश में चर्चा हो रही है. भाविका भारतीय राजनयिक हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी प्रतिनिधि चुना गया था. उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, मंगलनंदन ने 2011 में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) दिल्ली से ग्रैजुएशन किया है. मंगलनंदन वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र (संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी मिशन, न्यूयॉर्क) में काउंटर टेररिज्म और साइबर सुरक्षा, पहली कमिटी (Disarmament और International Security), GA coordination, भारत की पहली सेक्रेटरी के रूप में कार्य कर रही है. उन्होंने Schneider Electric में इंजीनियर मार्केटिंग और Tata Consultancy Services में सहायक सिस्टम इंजीनियर के रूप में भी काम किया है.
जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान के पीएम की टिप्पणी
शरीफ ने शुक्रवार को यूएनजीए के 79वें सेशन के आम बहस में बोलते हुए एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को उठाया. अपने 20 मिनट के भाषण के दौरान उन्होंने भारत से आर्टिकल 370 को हटाने के फैसले को वापस करने के लिए बोला ताकि 'फिर से शांति बहाल की जा सके.' पाकिस्तानी पीएम ने आरोप लगाया कि भारत में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है और दावा किया कि इस्लामोफोबिया का बढ़ना एक परेशान करने वाला मुद्दा है.