भतीजे ने पहले पार्टी पर किया कब्जा, फिर चुनाव में भी दे दी मात; अब क्या करेंगे महाराष्ट्र के 'चाणक्य'?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार को बड़ा झटका लगा है. उनकी पार्टी महायुति और महाविकास आघाड़ी गठबंधन में शामिल 6 प्रमुख दलों में सबसे कम सीटें पाने वाली पार्टी है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि अब शरद पवार का क्या होगा...;
Sharad Pawar Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजे सामने आ गए हैं. बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति ने शानदार जीत दर्ज की है. वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले महाविकास आघाड़ी को बड़ा झटका लगा है. इस चुनाव के बाद सबसे बड़ा सवाल सामने आ रहा है कि शरद पवार की विरासत को कौन संभालेगा, क्योंकि उन्होंने राज्यसभा कार्यकाल पूरा होने के बाद कोई भी चुनाव न लड़ने के संकेत दिए थे.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 132, शिवसेना ने 57, एनसीपी ने 41, शिवसेना (यूबीटी) ने 20, कांग्रेस ने 16 और एनसीपी (एससीपी) ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की. छह प्रमुख पार्टियों में से शरद पवार की एनसीपी (एससीपी) को सबसे कम सीटें मिली हैं.
लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी ने जीती थी 30 सीटें
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में महाविकास आघाड़ी ने 48 सीटों में से 30 सीटों पर जीत हासिल की थी. शरद पवार ने कहा था कि राज्य में सरकार बदलने का समय अब आ गया है, लेकिन उनकी पार्टी का ही विधानसभा चुनाव में बुरा हाल हो गया. पिछले तीन महीनों के दौरान पवार ने राज्य के लगभग सभी क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने नए लोगों को पार्टी से जोड़ा और चुनाव में नए चेहरे उतारे. इन तमाम प्रयासों के बावजूद उनकी पार्टी ने निराशाजनक प्रदर्शन किया.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) ने 86 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से केवल 10 सीटों पर ही जीत मिल सकी. चुनाव नतीजों से पहले 22 नवंबर को पवार ने समर्थकों को आश्वासन दिया था कि एमवीए यानी महाविकास आघाड़ी को 157 से 162 सीटें मिल सकती हैं.
'भतीजे' से मात खा गए 'चाचा'
गौर करने वाली बात यह है कि चाचा शरद पवार की एनसीपी (एससीपी) और भतीजे अजित पवार की एनसीपी ने एक-दूसरे के खिलाफ 36 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से एनसीपी ने 29 सीटें जीती, जिसमें बारामती भी शामिल है... जबकि एनसीपी (एससीपी) को केवल 7 सीटों पर ही जीत मिल सकी.
अजित पवार की पार्टी ने 59 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 41 सीटों पर जीत हासिल की. बताया जाता है कि शरद पवार चुनाव नतीजों के बाद सदमे में हैं. ऐसा पहली बार हुआ है, जब उन्होंने चुनाव नतीजों के दिन मीडिया से बातचीत नहीं की.
शरद पवार के बारे में कहा जाता है कि महाराष्ट्र में उनका सिक्का चलता है. वे राजनीति के मझे हुए खिलाड़ी हैं. लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के शानदार प्रदर्शन के बाद यह उम्मीद थी कि वे विधानसभा चुनाव में भी वही प्रदर्शन करने में कामयाब होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
शरद पवार के लिए अब आगे क्या?
एनसीपी (एससीपी) के एक नेता ने बताया कि अब विधानसभा में हमारी मौजूदगी लगभग शून्य है. असली लड़ाई सड़कों पर और लोगों के बीच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे लिए आगे बढ़ने का यही एकमात्र रास्ता है. पवार के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि उन्होंने चुनाव से कुछ दिन पहले संकेत दिया था कि यह उनका आखिरी चुनाव हो सकता है.