नवादा में दलितों के खिलाफ हिंसा: जीतन राम मांझी ने पूछा- 'क्या कहेंगे राहुल गांधी'?

बिहार के नवादा जिले में 18 सितंबर की रात अज्ञात लोगों ने कम से कम 80 घरों में आग लगा दी. इनमें से ज्यादातर घर एससी और एसटी समुदाय के लोग के थे. पुलिस ने बताया कि इनमें से 21 घर पूरी तरह जलकर राख हो गए.;

Nawada Crisis Pic Credit- ANI
By :  प्रिया पांडे
Updated On : 20 Sept 2024 7:13 PM IST

18 सितंबर 2023 की रात बिहार के नवादा जिले में एक भयानक घटना घटी, जहां अज्ञात लोगों ने लगभग 80 घरों में आग लगा दी. इन घरों में ज्यादातर दलित समुदाय से संबंधित एससी और एसटी परिवार रह रहे थे. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 21 घर पूरी तरह से जलकर राख हो गए. घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत और नाराजगी का माहौल है.

इस घटना की गंभीरता को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तुरंत इसका संज्ञान लिया और कड़ी निंदा की. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि मामले की तुरंत जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री ने एडीजी (कानून और व्यवस्था) को घटनास्थल पर भेजने का आदेश दिया ताकि वहां की स्थिति का सही आकलन हो सके और न्याय सुनिश्चित किया जा सके. इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि राज्य भर में कानून और व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाएगा, ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.

एसआईटी का गठन

इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. नवादा के जिला मजिस्ट्रेट आशुतोष कुमार वर्मा ने कहा कि जांच जारी है और बाकी आरोपियों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. अब तक की जांच के आधार पर पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और 28 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से तीन देसी पिस्तौल, कई जिंदा और इस्तेमाल किए गए कारतूस, और 6 मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं. शुरुआती जांच से यह संकेत मिलता है कि इस हिंसा की जड़ भूमि विवाद में थी, जिसने आगजनी और हिंसा का रूप ले लिया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने राज्य के सभी जिला मजिस्ट्रेटों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कानून और व्यवस्था बनाए रखें. इसके अलावा, जेलों में भी तलाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है ताकि जेलों में किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियों को रोका जा सके.

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का बयान

इस घटना ने राजनीतिक जगत में भी हलचल मचा दी है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस घटना की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि ज्यादातर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और जो फरार हैं, उन्हें भी जल्द ही पकड़ा जाएगा. मांझी ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि दलितों पर अत्याचार कराने के बाद विपक्ष सरकार पर सवाल उठाता है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से ज्यादातर एक विशेष जाति से आते हैं और आरजेडी के समर्थक हैं. मांझी ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अब राहुल गांधी इस घटना पर क्या कहेंगे.

राजद नेता तेजस्वी यादव

राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की डबल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना 'मंगलराज' की ओर इशारा करती है, जहां दलितों पर अत्याचार हो रहा है. तेजस्वी ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने इस गंभीर घटना पर अब तक चुप्पी क्यों साध रखी है.

बीएसपी प्रमुख मायावती

बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ितों को आर्थिक मदद दी जानी चाहिए ताकि उनके जीवन को फिर से पटरी पर लाया जा सके.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस घटना पर चिंता जताई और दलितों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने एनडीए की डबल इंजन सरकार को जंगलराज का प्रतीक बताया और कहा कि यह घटना उनके शासन की विफलता को दर्शाती है.

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